नौशहरा 21 जनवरी (Udaipur Kiran) । शिवसेना हिंदुस्तान जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष पंडित राजेश केसरी ने मंगलवार को नौशेरा क्षेत्र में दबावपूर्ण चिंताओं को दूर करने के लिए एक बैठक की जिसमें नशीली दवाओं के दुरुपयोग और धर्म परिवर्तन सहित दो महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए केसरी ने कहा कि यह सक्रिय कदम सामाजिक समस्याओं से निपटने और सामुदायिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता को उजागर करता है। नशीली दवाओं के दुरुपयोग के संदर्भ में नशा मुक्त भारत अभियान जैसी पहल महत्वपूर्ण हैं। इस तरह के कार्यक्रमों का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना, लत से उबरने के लिए सहायता प्रदान करना और एक स्वस्थ वातावरण को बढ़ावा देना है। धर्म परिवर्तन के संबंध में शिवसेना हिंदुस्तान स्थानीय समुदायों और नेताओं के साथ जुड़कर अंतर.धार्मिक संवाद, समझ और सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है संगठन चिंताओं को दूर करने और विभिन्न मान्यताओं और मूल्यों का सम्मान करने वाले समाधान खोजने की दिशा में काम करने में मदद कर रहा है। केसरी ने आगे कहा कि शिवसेना हिंदुस्तान नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर मुखर रही है। उन्होंने मांग की कि जम्मू.कश्मीर में किसी भी रूप में नशीली दवाओं के व्यापार के लिए शून्य सहिष्णुता होनी चाहिए। उन्होंने स्कूलों और कॉलेजों के पास से पान की दुकानों को हटाने सहित नशीली दवाओं के व्यापार में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की। जम्मू.कश्मीर में नशीली दवाओं की तस्करी का मुद्दा एक गंभीर चिंता का विषय रहा है। केसरी ने कहा कि नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की शिवसेना की मांग सही दिशा में उठाया गया कदम है और यह देखना बाकी है कि सरकार इन चिंताओं पर कैसे प्रतिक्रिया देती है। केसरी ने कहा कि जम्मू.कश्मीर में सबसे अधिक दुरुपयोग किए जाने वाले पदार्थों में भांग और हेरोइन शामिल हैंए जिनमें हेरोइन सबसे अधिक प्रचलित है। हेरोइन की आसान उपलब्धता और प्रभावी पुनर्वास सुविधाओं की कमी ने समस्या को और बढ़ा दिया है। इस मुद्दे से निपटने के लिए सरकार ने नशा मुक्त भारत अभियान जैसी पहल शुरू की है और नशा मुक्ति केंद्र और पुनर्वास सुविधाएं स्थापित की हैं। हालांकि चुनौती अभी भी कठिन बनी हुई है और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के मूल कारणों को दूर करने और प्रभावित लोगों को पर्याप्त सहायता प्रदान करने के लिए अधिक व्यापक दृष्टिकोण की आवश्यकता है। इस अवसर पर निखिल कुमार, सुमित कुमार, बलवीर कुमार, ऋषिपाल, दर्शना देवी, नीरू देवी, निशा देवी के अलावा अन्य उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / मोनिका रानी