जम्मू, 1 दिसंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के महासचिव और डीडीसी सुचेतगढ़, तरनजीत सिंह टोनी ने जेकेपीसीसी प्रमुख तारिक हमीद कर्रा के निर्देश पर सुचेतगढ़ के सतरियान गांव में एक जनसभा की अध्यक्षता की। सभा को संबोधित करते हुए टोनी ने जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने में आगामी पंचायत चुनावों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि ये चुनाव केवल एक राजनीतिक अभ्यास नहीं है बल्कि लोगों के लिए अपने भविष्य को आकार देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है जिसमें वे संकीर्ण एजेंडे पर विकास और जन कल्याण को प्राथमिकता देने वाले नेताओं को चुन सकते हैं।
टोनी ने राजनीतिक लाभ के लिए सांप्रदायिक भावनाओं का फायदा उठाने के लिए कुछ ताकतों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली विभाजनकारी रणनीति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस तरह के दृष्टिकोण समाज की सामूहिक प्रगति के लिए हानिकारक हैं। उन्होंने कहा जो लोग विभाजनकारी रणनीति के आगे झुकेंगे, वे बेरोजगारी, ठहराव और बढ़ती मुद्रास्फीति के परिणामों से पीड़ित रहेंगे। पंचायती राज प्रणाली को लोकतंत्र की नींव के रूप में उजागर करते हुए टोनी ने कहा पंचायतें लोकतंत्र का मूल उपकरण हैं जो निर्णय लेने में लोगों की प्रत्यक्ष भागीदारी को सक्षम बनाती हैं। एक मजबूत पंचायत प्रणाली यह सुनिश्चित करती है कि आम आदमी की आवाज शासन के उच्चतम स्तर तक पहुंचे।
उन्होंने लोगों से मतदान करते समय प्रदर्शन-आधारित दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया यह सुनिश्चित करते हुए कि विकास और न्याय के लिए प्रतिबद्ध केवल योग्य उम्मीदवार ही चुने जाएं। उन्होंने समुदाय के सदस्यों से चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने और उन्हें विभाजित करने के प्रयासों का विरोध करने का आग्रह किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा