
पलवल, 27 मार्च (Udaipur Kiran) । जिले में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर अपनी मांगों को लेकर आंदोलन का नोटिस सौंपा है। कार्यकर्ताओं की प्रमुख मांग है कि नए पोषण ट्रैकर में फोटो कैप्चर की व्यवस्था को बंद किया जाए और न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए किया जाए। यूनियन जिला सचिव गीता के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला प्रधान कृष्णा ने की। इस दौरान यूनियन की प्रदेश महासचिव उर्मिला रावत और सीआईटीयू नेता रमेशचंद भी मौजूद रहे।
प्रदेश महासचिव उर्मिला रावत ने गुरूवार को बताया कि पोषण ट्रैकर में फोटो कैप्चर की व्यवस्था से विभागीय काम में बाधा आ रही है। कार्यकर्ताओं को इस एप के कारण कई व्यावहारिक समस्याएं हो रही हैं। 6 मार्च को विभाग के निदेशक के सामने यह मुद्दा उठाया गया था, लेकिन आश्वासन के अलावा कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। सरकार आंगनवाड़ी वर्कर्स को कुशल और हेल्पर्स को अकुशल का दर्जा देने में टाल-मटोल कर रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात के मामले में वर्कर और हैल्पर को तृतीय व चतुर्थ श्रेणी में नियमित करने का आदेश दिया है। विभाग ने आंगनवाड़ी केंद्र और क्रेंच केंद्रों को एक साथ चलाने के निर्देश दिए हैं, जिससे कार्यकर्ताओं में भ्रम की स्थिति है। हड़ताल की अवधि का बकाया मानदेय भी अभी तक नहीं मिला है। इसके अलावा वर्कर्स को सुपरवाइजर और हेल्पर्स को वर्कर के पद पर पदोन्नति का मामला भी लंबित है। यूनियन नेताओं ने बताया कि विभाग द्वारा सुनवाई ना होने से नाराज आंगनवाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स 28 मार्च तक तीन दिन लगातार प्रदर्शन करेंगी। प्रदर्शन में यूनियन नेता पुष्पा, मुक्ता, संतरा, प्रियंका, योगेश, शशिबाला, सुनीता व कृष्णा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
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(Udaipur Kiran) / गुरुदत्त गर्ग
