बीकानेर, 14 नवंबर (Udaipur Kiran) । बीकानेर की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक व पर्यटन स्थलों, यहाँ के उद्योग धंधे, शहर का पुराना व नया स्वरुप , मन्दिर, मस्जिद, गुरुद्वारा हो या यहाँ का चर्च इन सभी शहर की विरासतों को एक ही छत के नीचे फोटो आर्ट गैलेरी के रूप में बीकानेर जिला उद्योग संघ ने दर्शकों के लिए स्थापित किया गया है। साथ ही संविधान का निर्माण करने वाली विभूतियों की प्रतिमाओं से सुसज्जित संविधान गैलेरी का निर्माण करवाया गया है।
यह शब्द राष्ट्रपति से पदमश्री विभूषित राजस्थान से मांड गायक बंधु अली-गन्नी ने कहे। साथ ही कहा कि बीकानेर जिला उद्योग संघ की इस नई पहल से इसको मिनी पर्यटन केंद्र कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं है। इस गैलेरी में रियासतकालीन बीकानेर से लेकर वर्तमान के आधुनिक बीकानेर की झलक को बखूबी दर्शाया गया है। गैलेरी के माध्यम से यहाँ के उद्योग, कला, साहित्य, तीज त्योंहारों व रम्मतों को साकार किया गया है। गैलेरी देखने के बाद लगता है कि एक ही छत के नीचे लगभग बीकानेर के दर्शन हो गये हैं। यह गैलेरी निश्चय ही आने वाली पीढी के लिए बीकानेर को जानने समझने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि बच्चों का ज्ञान मोबाइल की दुनिया तक ही सिमट कर रह गया है जिससे उनका विकास और ज्ञान पूर्णतया विकसित नहीं हो पा रहा है। इस आर्ट गैलेरी का निर्माण का मुख्य उद्देश्य बच्चों के शारीरिक विकास के साथ साथ मानसिक विकास करना भी है ताकि वर्तमान के बच्चे पुराने समय में खेले जाने वाले खेलों, संस्कारों व रीति रिवाजों का पूर्ण अध्ययन कर उसको वर्तमान परिवेश में अपना सके। आर्ट गैलेरी में बीकानेर के उद्योग धंधों को भी दर्शाया गया है ताकि बच्चे यहाँ के उद्योगों के बारे में पूर्णतया जानकारी हासिल कर सके और भविष्य की राह का निर्माण कर सके।
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(Udaipur Kiran) / राजीव