मीरजापुर, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । अब किसानों से खरीदे गए धान और एफसीआई को भेजे जाने वाले चावल में हेराफेरी नहीं हो पाएगी। ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) की निगरानी में क्रय केंद्रों से मिलों तक धान पहुंचेगा। साथ ही मिल से चावल भी एफसीआई भेजा जाएगा। प्रत्येक केंद्र पर एक-एक जीपीएसयुक्त वाहन लगाए जाएंगे। विभाग की ओर से पारदर्शिता के लिए खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में भी निगरानी की व्यवस्था की जा रही है। विंध्याचल मंडल में धान खरीद एक नवम्बर से आरम्भ होकर 28 फरवरी तक चलेगी।
सम्भागीय खाद्य नियंत्रक आरबी प्रसाद ने बताया कि मीरजापुर में 98, सोनभद्र में 55 और भदोही में 30 सहित 183 केंद्रों पर 2,97,000 एमटी धान की खरीद का लक्ष्य है। धान की खरीदारी के बाद ढुलाई के लिए प्रत्येक केंद्र पर लगभग एक-एक जीपीएसयुक्त वाहन लगाए जा रहे हैं। परिवहन ठेकेदारों की नियुक्ति के लिए जारी टेंडर में स्पष्ट शर्त जोड़ा गया है कि धान और सीएमआर परिवहन करने वाले वाहनों में अधिकृत एजेंसी के माध्यम से जीपीएस अनिवार्य रुप से लगा हो। जिला खाद्य विपणन अधिकारी संजीव कुमार सिंह के अनुसार मीरजापुर के 98 क्रय केंद्रों पर जीपीएस युक्त वाहनों से धान की ढुलाई की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा