
कठुआ 11 फरवरी (Udaipur Kiran) । कठुआ जिले में सड़क सुरक्षा के नियमों को रौंदते दौड़ रहे हैं ओवरलोड वाहन। वहीं डंपरों की चपेट में आने से बुझ चुके हैं कई घरों के चिराग। आखिर ट्रैफिक पुलिस कठुआ और जिला प्रशासन क्यों इस मुद्दे पर गंभीर नहीं है। क्यूं मूकदर्शक बन देख रहे हैं सड़कों पर दौड़ रहे डंपरों का नंगा नाच, ऐसे कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
वहीं ट्रैफिक पुलिस ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करने की बजाए शहर में चालान काटने पर लगी रहती है। ओवरलोड वाहनों पर प्रतिबंध लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस दावे तो करता है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में ओवरलोड डंपर तेज गति से चलने के कारण दोपहिया, छोटे वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तेज गति होने के कारण कई बार कंकर और पत्थर मार्ग पर गिरने से साथ चल रहे वाहन चालकों को हादसे का खतरा रहता है। और उनकी गाड़ियों के शीशे भी टुट जातें हैं। हालांकि हैरानी की बात यह है कि ट्रैफिक पुलिस का कठुआ में राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोजाना सुबह-शाम नाका लगा होता हैं उसके बावजूद ओवर लोड वाहनों पर कार्रवाई नहीं होना अनेकों सवाल खड़े करता है।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
