
नई दिल्ली, 13 मई (Udaipur Kiran) । चीफ जस्टिस संजीव खन्ना के कार्यकाल का आज अंतिम दिन था। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वे रिटायर होने के बाद कोई पद स्वीकार नहीं करेंगे।
आज चीफ जस्टिस की कोर्ट नंबर एक में जब उन्हें विदाई दी जा रही थी तो उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा यकीन है कि उनके उत्तराधिकारी जस्टिस बीआर गवई सुप्रीम कोर्ट के मूल्यों, मौलिक अधिकारों और संविधान के सिद्धांतों को बनाए रखेंगे। चीफ जस्टिस खन्ना ने जस्टिस गवई को अपना सबसे बड़ा सहयोगी बताते हुए कहा कि हम दोनों एक ही वर्ष में ऊंचे पदों पर नियुक्त हुए थे। मुझे पूरा विश्वास है कि वे इस संस्थान को मजबूत बनाएंगे और मौलिक अधिकारों के साथ-साथ हमारे संवैधानिक सिद्धांतों को कायम रखेंगे।
इस दौरान जस्टिस बीआर गवई ने कहा कि जस्टिस खन्ना ने न केवल अपने चाचा जस्टिस एचआर खन्ना की विरासत को आगे बढ़ाया, बल्कि उसे अपनी पहचान भी दी। इस मौके पर जस्टिस संजय कुमार ने भी जस्टिस खन्ना की तारीफ करते हुए कहा कि वे हमेशा शांत और संयमित रहते थे, भले ही वकील तैयार नहीं होते थे।
इस मौके पर अटार्नी जनरल आर वेंकटरमणी और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने जस्टिस खन्ना के फैसलों की सराहना की। अटार्नी जनरल ने कहा कि जस्टिस खन्ना के फैसलों में सटीकता, स्पष्टता और संवैधानिक मूल्यों की झलक मिलती थी।
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कपिल सिब्बल ने कहा कि जस्टिस खन्ना एक प्रकाश स्तंभ की तरह हैं जिन्होंने न्यायपालिका का मान बढ़ाया है। युवा वकीलों को प्रोत्साहन देने का उनका तरीका कभी भुलाया नहीं जा सकता।
बता दें कि चीफ जस्टिस संजीव खन्ना के आज रिटायर होने के बाद कल यानी 14 मई को जस्टिस बीआर गवई अगले चीफ जस्टिस के रुप में पदभार ग्रहण करेंगे।
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(Udaipur Kiran) / अमरेश द्विवेदी
