
-खेल अवसंरचना का विकास राज्य की प्राथमिकता
पटना, 21 मई (Udaipur Kiran) । खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव ने बुधवार को राज्य के सभी जिला खेल पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में खेल की आधारभूत संरचना के विकास और खेल गतिविधियों के विस्तार की दिशा में किए जा रहे कार्यों की गहनता से समीक्षा की गई। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि बिहार के 534 प्रखंड में से 252 में आउटडोर स्टेडियम पूरी तरह तैयार हैं और उपयोग के लिए उपलब्ध हैं। 122 प्रखंड में स्टेडियम निर्माण कार्य अंतिम चरण में है, जबकि 160 प्रखंडों में कार्य प्रगति पर है।
उन्होंने बताया कि विभाग ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिन प्रखंडों में स्टेडियम तैयार हो चुके हैं, वहां नागरिकों और स्कूल के छात्रों द्वारा इनका सक्रिय उपयोग सुनिश्चित किया जाए, ताकि खेल संस्कृति का विस्तार हो सके। सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता प्रखंड स्तर पर आउटडोर स्टेडियम के लिए भूमि उपलब्ध कराना है, जिससे कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के युवाओं को खेल के लिए बेहतर अवसर मिल सके।
बैठक के दौरान जिला खेल पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे हर सप्ताह अपने-अपने क्षेत्रों के प्रखंडों का दौरा करें और स्टेडियम निर्माण कार्य की प्रगति की स्वयं निगरानी करें। इसके साथ ही, उन्हें स्थानीय नागरिकों, प्रतिनिधियों और स्कूल प्रबंधन के साथ संवाद कर आउटडोर स्टेडियम के अधिकतम उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया। अपर मुख्य सचिव ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि स्टेडियम केवल निर्माण तक सीमित न रहें, बल्कि वहां छात्र और स्थानीय निवासी नियमित रूप से खेल गतिविधियों में भाग लें।
बैठक में कटिहार, पूर्णिया और बक्सर के जिला खेल पदाधिकारियों की स्थानीय स्तर पर खेल गतिविधियों के सफल संचालन और सक्रिय भूमिका के लिए अपर मुख्य सचिव ने विशेष रूप से सराहना की। अन्य जिलों के अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है कि वे राज्य में खेल की आधारभूत संरचना के विकास और खेल गतिविधियों के विस्तार के लिए पूरी तत्परता और सक्रियता से कार्य करें।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी
