Delhi

कैग रिपोर्ट पर दिल्ली सरकार को हाई कोर्ट की फटकार से हमारी बात पुख्ता हुईः विजेंद्र गुप्ता

विजेंद्र गुप्ता (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, 13 जनवरी (Udaipur Kiran) । दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने सोमवार को कैग रिपोर्ट पर दिल्ली हाई कोर्ट की टिप्पणी का स्वागत करते हुए कहा कि कोर्ट की फटकार से हमारे उस आरोप पर मोहर लग गई है, जिसमें हम पिछले कई महीनों से कह रहे हैं कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार जानबूझकर कैग की 14 रिपोर्टस को विधानसभा में पेश नहीं कर रही है।

विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि मीडिया में उपलब्ध जानकारी के अनुसार दिल्ली हाई कोर्ट ने टिप्पणी की है कि दिल्ली सरकार द्वारा कैग रिपोर्ट को सदन में रखने में आनाकानी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। 11 जनवरी को दिल्ली विधानसभा सचिव ने कहा था कि रिपोर्ट को सदन में रखने का कोई फायदा नहीं है। भाजपा विधायक दल ने स्पीकर को भी पत्र लिखकर पूछा था कि कैग रिपोर्ट को विधानसभा में क्यों नहीं रखा जा रहा है? लेकिन उसके बावजूद अभी तक ये रिपोर्ट्स सरकार ने सदन पटल पर नहीं रखी गई हैं।

गुप्ता ने बताया कि वित्तीय प्रबंधन, स्वास्थ, शिक्षा, प्रदूषण जैसे जो मुद्दे थे, उन सबका हिसाब किताब कैग की इन रिपोर्ट्स में दिया गया है और सरकार इन सभी में अपने भ्रष्टाचार को दबाने की कोशिश कर रही है। पहले भी कोर्ट के डर से सरकार ने ये रिपोर्ट्स उपराज्यपाल को भेजीं और फिर कोर्ट के आदेश के डर से आआपा सरकार ने इन्हें स्पीकर को भेज दिया। इसके बावजूद सरकार ने इसे सदन पटल पर नहीं रखा और जानबूझकर इसमें टालमटोल किया। भाजपा विधायक दल ने फिर से कोर्ट में जाकर इस मामले में सरकार को आदेश देने की मांग की ताकि इन रिपोर्ट्स को सदन पटल पर रखा जा सके। इसी मामले में आज कोर्ट ने सुनवाई करते हुए सरकार की पर टिप्पणी की।

गुप्ता ने कहा कि सवाल यह है कि ये रिपोर्ट्स सदन के पटल पर आनी चाहिए और सदन के पटल पर सरकार इसलिए नहीं लाना चाहती कि कहीं इन रिपोर्ट्स में दबे उनके भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं का कच्चा चिट्ठा जनता के सामने ना आ जाये।

गुप्ता ने आरोप लगाया कि आआपा सरकार ने और सत्ता में बैठे चंद लोगों ने सरकारी संसाधनों का जमकर दुरुपयोग किया है और सरकारी खजाने को लूटा है।

गुप्ता ने कहा कि ये कितने शर्म की बात है कि जो लोग एक पारदर्शी सरकार देने की बात करते थे, पारदर्शिता के नाम पर अपने आपको कट्टर ईमानदार कहते थे, भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का वादा करते थे, वही आज अपने कारनामों को छुपाने के लिये कैग की इन रिपोर्ट्स को छुपाने पर आमादा हैं। उन्हें डर है कि कहीं हमारी करतूतें जनता के सामने ना आ जायें।

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(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी

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