
कठुआ, 02 अगस्त (Udaipur Kiran) । जीएलडीएम डिग्री कॉलेज हीरानगर ने इंटैच जम्मू चैप्टर के सहयोग से अंग्रेजी विभाग और हिंदी विभाग के सेमेस्टर 5वें छात्रों के लिए चल रहे ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत हीरानगर ब्लॉक के “सांस्कृतिक संसाधन मानचित्रण“ पर ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य डॉ. प्रज्ञा खन्ना, मुख्य अतिथि सीएम सेठ (आईएफएस सेवानिवृत्त) और अन्य सम्मानित अतिथियों द्वारा पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। अतिथियों को पौधे के रूप में प्रशंसा चिन्ह भी दिए गए। कॉलेज प्रिंसिपल ने अपने संबोधन में जम्मू प्रांत की मूर्त और अमूर्त विरासत के संरक्षण में इंटेक जम्मू चैप्टर के प्रयासों और योगदान की सराहना की। एसएम साहनी, संयोजक इंटेक ने स्थानीय विरासत के संरक्षण के लिए अपने जुनून को साझा करते हुए छात्रों को प्दजंबी की उत्पत्ति और स्थापना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने उन्हें जम्मू की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और संरक्षित करने के लिए इंटैक द्वारा आयोजित विभिन्न पहलों और कार्यक्रमों से भी परिचित कराया। डॉ सीएम सेठ (आईएफएस सेवानिवृत्त) ने छात्रों के लिए एनईपी 2020 के तहत शुरू किए गए इंटर्नशिप कार्यक्रम के महत्व के बारे में बात की। उन्होंने छात्रों को सांस्कृतिक संसाधन मानचित्रण के बारे में अवगत कराया और उन्हें व्यापक रिपोर्ट तैयार करने और ग्रेडिंग के लिए पाठ्यक्रम के अंत में अपने गुरुओं को सौंपने का निर्देश दिया।
श्री कृपाल सिंह ने जम्मू की लोक कला और शिल्प पर एक प्रस्तुति दी। हस्तशिल्प और हथकरघा विभाग के दर्शन पाल ने विभाग द्वारा प्रस्तावित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों और परियोजनाओं पर प्रकाश डाला। डॉ. सोनिया जसरोटिया ने जम्मू के खाद्य शिल्प और व्यंजनों के बारे में कुछ जानकारी साझा की। अन्य प्रमुख अतिथियों में एके कपूर, अरविंद कोटवाल और डॉ. रोहिणी सहायक निदेशक हस्तशिल्प और हथकरघा विभाग हीरानगर शामिल थे। प्रोफेसर राकेश शर्मा विभागाध्यक्ष हिंदी ने जीएलडीएम डिग्री कॉलेज हीरानगर की ओर से सभी वक्ताओं और प्रतिभागियों का स्वागत किया। डॉ विजय चौहान सहायक प्रोफेसर हिंदी ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। ईशा (स्वयंसेवक प्छज्।ब्भ्) ने कार्यक्रम की कार्यवाही का संचालन किया।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया / बलवान सिंह
