पूर्वी चंपारण,23 सितम्बर (Udaipur Kiran) । महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय राजभाषा प्रकोष्ठ तथा हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में हिन्दी पखवाड़ा के अंतर्गत सोमवार को स्वरचित काव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के निर्णायक समिति में हिंदी विभाग के प्रोफेसर राजेंद्र सिंह बडगूजर,समाज कार्य विभाग के सहायक आचार्य डॉ.अनुपम वर्मा पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग की सहायक आचार्य डॉक्टर मधु पटेल एवं वाणिज्य विभाग के सहायक आचार्य डॉक्टर रवीश चंद्र वर्मा उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संयोजन व स्वागत वक्तव्य शिक्षाशास्त्र विभाग की सहायक आचार्य डॉ रश्मि श्रीवास्तव ने दिया।वही हिंदी विभाग की प्रियंका सिंह एवं अपराजिता व अमनदीप कार्यक्रम के सहसंयोजक थे।
मौके पर ज्ञानग्रह पत्रिका की अगले अंक की घोषणा की गई। समाज कार्य विभाग के सहायक आचार्य डॉक्टर अनुपम वर्मा ने अपनी स्वरचित कविता का पाठ किया। उन्होंने कहा कि कविता ज्ञान की भाषा है जो अज्ञानता से ज्ञान की ओर ले जाती है। पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग की सहायक आचार्य डॉ मधु पटेल ने भी सभी प्रतियोगियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। वाणिज्य विभाग के सहायक आचार्य डॉक्टर रवीश चंद्र वर्मा ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी तथा अपनी स्वरचित कविता का पाठ किया।विश्वविद्यालय के राजभाषा अधिकारी श्रद्धानंद पांडेय ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी।
स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता के अवसर पर लोकेश पांडेय, निखिल पांडेय, मनीष दिवाकर, कुलदीप , मुकेश , संजीत , आशीष कुमार , विवेक , अनुराग , आयुष रंजन, रूपेश , संजना पांडेय , कविता ,मदन सिन्हा ने अपनी कविता प्रस्तुत की। स्वरचित काव्य प्रतियोगिता के विजेताओं का नाम घोषित किया गया। जिसमें सांत्वना पुरस्कार निखिल पांडेय, तृतीय पुरस्कार संजीत , द्वितीय पुरस्कार लोकेश पांडेय तथा प्रथम पुरस्कार मनीष दिवाकर को प्रदान करने की घोषणा की गई। कार्यक्रम के अंत में हिंदी विभाग की शोधार्थी प्रियंका सिंह ने धन्यवाद किया। कार्यक्रम का सफल संचालन हिंदी विभाग की शोधार्थी अपराजिता ने किया।
(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार