Haryana

पानीपत नगर निगम में फर्जीवाड़े का भंडाफोड़,जांच के आदेश

पानीपत की ड्रेन नंबर एक जिसकी सफाई होनी है

पानीपत, 26 मई (Udaipur Kiran) । पानीपत नगर निगम एक बार फिर फर्जीवाड़े के लिए सुर्खियों में है। शहर में ड्रेन नंबर एक की सफाई के टेंडर आवंटन में नकली दस्तावेजों का उपयोग करके नियमों का उल्लंघन किया गया है। यह मामला तब सामने आया जब एक कंपनी के मालिक ने मुख्यमंत्री, और अन्य उच्च अधिकारियों को एक शिकायत दी। उन्होंने एक कार्यकारी अभियंता गोपाल कलावत और उसके कथित सहयोगी के खिलाफ शिकायत की । शिकायत के बाद निगम आयुक्त ने कंपनी के कार्य आवंटन को रोक दिया और सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर एमसी को इस मामले की जांच करने के निर्देश दिए।

सोनीपत के कल्पेश्वर इंटरप्राइजेज के मालिक ने अपने पत्र में कहा कि उनकी कंपनी ने टेंडर में भाग लिया, जो दूसरी बार कार्यकारी अभियंता द्वारा जारी किया गया था, जिसमें ड्रेन नंबर एक की सफाई का काम था। टेंडर सोसायटीज के लिए जारी किया गया था। विशेष रूप से ड्रेन नंबर 1 लगभग 8 किलोमीटर लंबा है और शहर के बीच से होकर गुजरता है।

जो काबड़ी रोड से शुरू होकर चौटाला रोड पर पहुंचता है और फिर ड्रेन नंबर दो से मिल जाता है। यह नाला कूड़ा-कचरे से भरा हुआ था और हरियाणा स्टेट पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार यह अत्यंत प्रदूषित था। नोटिस में निर्दिष्ट विवरण के अनुसार चार कंपनियों को शॉर्टलिस्टेड किया गया था। टेंडर यूनीक वाइंड शील्ड ग्लास को दिया गया, जिसका मूल्य लगभग 36 लाख रुपए था। शिकायतकर्ता ने कहा कि डीएनआईटी के अनुसार, तकनीकी मूल्यांकन परिणाम सात दिनों के लिए प्रदर्शित किए जाने थे, लेकिन इस नियम का उल्लंघन किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी ने एमसी गुरुग्राम के विभाजन नंबर- छह से ड्रेन की सफाई का अनुभव प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था, लेकिन यह फर्जी था क्योंकि उस काम को न तो इस कंपनी को दिया गया था और न ही उसने वह काम किया था।

—————

(Udaipur Kiran) / अनिल वर्मा

Most Popular

To Top