जौनपुर, 25 दिसंबर (Udaipur Kiran) । नगर पालिका द्वारा बुधवार को आयोजित पंडित अटल बिहारी वाजपेयी जन्म शताब्दी समारोह कार्यक्रम में पहुंचे यूपी के स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री दयाशंकर दयालु ने कहा कि भारत रत्न पंडित अटल बिहारी वाजपेई जी का जन्म 25 दिसंबर सन 1924 को ग्वालियर में हुआ था। वह मूल रूप से यूपी के आगरा जनपद स्थित बटेश्वर गांव के रहने वाले थे। उनका बहुत समय अपने दादा जी के साथ अपने गांव में ही बीता है, 40 वर्षों का सार्वजनिक जीवन जिया व तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे। अटल बिहारी वाजपेई जी ने 24 दलों की चुनी हुई सरकार 5 वर्ष के कार्यकाल को पूरा करने वाले देश के इकलौते प्रधानमंत्री बने।वह बहुत ही चमत्कारिक, महान व्यक्तित्व के धनी थे, महान कवि, महान वक्ता थे। पांचजन्य जैसी पत्रिका के संपादक भी थे। वाजपेई जी ने कांग्रेस की सरकार में विदेश जाकर संयुक्त राष्ट्र में भारत का पक्ष रखा। यह उनके कुशल व्यक्तित्व को दर्शाता है। तथा वह दिन उनके लिए मिल का पत्थर था। उनका शताब्दी समारोह पूरे देश में मनाने के लिए संगठन द्वारा निर्णय लिया गया है। पूरे वर्ष शताब्दी समारोह चलता रहेगा। पंडित अटल बिहारी वाजपेई को कारगिल की विजय के लिए, पोखरण परमाणु परीक्षण के लिए, चतुर्भुज योजना के लिए, प्रधानमंत्री सड़क योजना के लिए देश उनको याद सदैव याद रखेगा।
उन्होंने आगे कहा कि आज पंडित मदन मोहन मालवीय जी का भी जन्म दिवस है।ऐसे देश के दो महान भारत रत्न दो महान पुरुषों का जन्मदिन है।उनके चरणों मैं श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं।
यूपी के राजमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर दयालु ने मीडिया के सवालों का जबाब देते हुए कहा कि विपक्ष तो देश को तोड़ना चाहता है,देश को जातियों में बांट के रखना,टुकड़ों में बांट के रखना यह विपक्ष चाहता है। मोदी जी देश को अखंड भारत मनाना चाहते हैं। वन नेशन वन इलेक्शन इसी की कड़ी है। देश की शिक्षा प्रणाली को एक कर वन नेशन वन एजुकेशन किया। वन नेशन वन राशन कार्ड सब उन्हीं की देन है। जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा जो बार-बार चुनाव में खर्च होता है उन पैसों को बचाने के लिए और समय बचाने के लिए देश हित में लिया गया यह बहुत बड़ा फैसला है।
दयाशंकर दयालु बोले बाबा साहब के नाम पर रोटियां सेंकने वालों ने बाबा साहब के संविधान के बनने के बाद कांग्रेस ने 70 सालों में कभी उनकी सुध नहीं ली। हम भारतीय जनता पार्टी सरकार को बधाई देना चाहते हैं, कि उनके जीवन से जुड़ी पांच महत्वपूर्ण स्थान को पंच तीर्थ के रूप में विकसित करने का कार्य किया। आज तक देश में कांग्रेस ने अंबेडकर के नाम को सदैव छिपाया है और मिटाने का कार्य करने का प्रयास किया है।भाजपा के किसी भी छोटे कार्यकर्ता से भी उनका असम्मान नहीं हो सकता,अमित शाह तो हमारे देश के नेता हैं। उनके बातों का गलत अर्थ निकाला गया। उसे तोड़ मरोड़ कर विपक्ष पेश कर मुद्दा बनाया है।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव