लखनऊ, 20 सितम्बर (Udaipur Kiran) । भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के सिख समुदाय को लेकर दिये गये बयान का लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश में व्यापक विरोध हो रहा है। प्रदेश के मुरादाबाद, आगरा, कानपुर, लखीमपुर, लखनऊ, वाराणसी में सिख समुदाय से आने वाले प्रबुद्ध एवं राजनीतिक वर्ग के लोगों ने विरोध दर्ज कराने के लिए प्रदर्शन, धरना व अपने बयान दिये हैं।
शुक्रवार को सुबह से ही हज़रतगंज स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा के सामने सिख समुदाय के नामचीन लोग धरने पर बैठ गये। सिख समुदाय के लोगों ने अपने विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दिये गये बयान के लिए माफी मांगने की मांग की। हाथों में तख्तियां लेकर लोगों ने कहा कि सिख समुदाय के लोगों ने देश को बनाने में बहुत सारा योगदान दिया है। कांग्रेस को बड़ी पार्टी बनाने में भी सिख अपनी भूमिका निभाये है। सिख समुदाय का एहसान भूलकर राहुल गांधी उन्हें देश के बाहर अपमानित कर रहे हैं।
आगरा में लोहा बाजार, हाथी घाट में सिख समुदाय के व्यापारी लोगों ने अपना विरोध जाहिर करते हुए प्रदर्शन किया। व्यापारी लोगों ने कहा कि हम तो व्यापार करने वाले व्यापारी है, लेकिन हमारे धर्म पर टिप्पणी बर्दास्त नहीं की जायेगी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने बेवकूफी वाले बयानों के लिए जाने जाते है। सिख समुदाय पर बयान देकर उन्होंने अपने बेवकूफी का परिचय भी दे दिया है। राहुल गांधी को तत्काल माफी मांगनी चाहिए।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में वाशिंगटन के वर्जीनिया उपनगर में हर्नडॉन में भारतीय अमेरिकी समुदाय के लोगों को संबोधित करते किया था। राहुल गांधी ने उसी वक्त सिख समुदाय के एक व्यक्ति से पूछा था कि मेरे पगड़ीधारी भाई आपका क्या नाम है। लड़ाई इस बात की है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी या कड़ा पहनने का अधिकार है या नहीं। या एक सिख के रूप में वह गुरुद्वारा जा सकते हैं या नहीं। लड़ाई इसी बात के लिए है और यह सिर्फ उनके लिए ही नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है।
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(Udaipur Kiran) / शरद चंद्र बाजपेयी