
पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा- यह इलाका विजय शाह का, क्या कोई कार्रवाई होगी
भोपाल, 25 मई (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के ग्रामीण अंचल में दिल्ली के निर्भया कांड जैसा एक मामला सामने आया है। यहां एक आदिवासी महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घिनौनी वारदात हुई है। इतना ही नहीं दुष्कर्मियाें ने सारी हदें पार करते हुए महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड और लकड़ी डालकर गर्भाशय को बाहर निकाल दिया। इस रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात के बाद महिला ने दम तोड़ दिया है। महिला के शव का रविवार सुबह मेडिकल कॉलेज के फोरेंसिक विभाग के एक्सपर्ट की निगरानी में पोस्टमॉर्टम हुआ। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शॉर्ट पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। इस मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। गैंगरेप की घटना के बाद विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने सरकार से सवाल पूछा है कि आखिर मध्य प्रदेश में बहन-बेटियां कब सुरक्षित रहेंगी?
भोपाल में कांग्रेस मुख्यालय में रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और विधायक आरिफ मसूद ने पत्रकार वार्ता काे संबाेधित किया। इस दौरान अरुण यादव ने खंडवा जिले में हुई रेप की घटना को लेकर सरकार से सवाल किया। उन्होंने कहा कि खंडवा में एक महिला के साथ दुष्कर्म कर बच्चेदानी निकाल दी गई। उसकी मौत हो गई। यह क्षेत्र बीजेपी नेता और मंत्री विजय शाह का है और अब कांग्रेस देखना चाहती है कि वे इस गंभीर मुद्दे पर क्या कार्रवाई करते हैं। वहीं, विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि अगर कोर्ट को ही सब निर्णय लेने है, तो सरकार का अस्तित्व ही क्यों? अरुण यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश देश का ऐसा राज्य बन चुका है, जहां सबसे ज्यादा यौन शोषण के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, यह साफ संकेत है कि प्रदेश में सरकार की कानूनी व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है।
जीतू पटवारी ने कही यह बात
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने साेशल मीडिया एक्स पर पाेस्ट कर कहा कि खंडवा में एक महिला की गैंगरेप के बाद मौत हो गई है। बेहोशी की हालत में उसे तेज ब्लीडिंग हो रही थी। बताया जा रहा है दरिंदे ने निजी अंग में सरिए या लकड़ी जैसा कुछ डाला, इससे बच्चादानी ही बाहर निकल गई। बर्बर अत्याचार की इस हद ने ‘आदिम युग के जंगलराज’ को भी पीछे छोड़ दिया है। दुस्साहस की ऐसी पराकाष्ठा तभी हो सकती है, जब प्रदेश में कानून का डर खत्म हो गया हो! लाड़लियों के उत्पीड़न की इस इंतहा पर भी सरकार चुप है। क्या सत्ता इस सरकारी-हत्या के दोष से मुक्त हो पाएगी? जीतू पटवारी ने लिखा है कि 31 मई को प्रधानमंत्री जी को भोपाल नहीं, अब खंडवा ही आना चाहिए। सरकारी खर्च पर प्रदेश की हजारों महिलाओं को भी अब खंडवा ही बुलाना चाहिए। देश के हृदय प्रदेश की तेज धड़कनों को पूरे देश को सुनाना चाहिए।
दरअसल यह घटना शनिवार दोपहर को जिले के खालवा थाना क्षेत्र के एक गांव की है। महिला की उम्र 45 वर्ष थी। डॉक्टरों ने बताया कि उसके प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोट के निशान मिले हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि महिला के दो बच्चे हैं। दोनों आरोपी महिला के परिचित हैं। शुक्रवार को सभी एक शादी कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसके बाद पीड़िता हरि के साथ उसके घर पहुंची। यहां हरि और सुनील ने शराब पी। उसके बाद दोनों ने दरिंदगी की। रोशनी चौकी प्रभारी सुषा परते ने बताया कि घटना शनिवार दोपहर की हैं। महिला की मौत दोपहर 2 बजे के करीब हुई है। वह बेहोशी की हालत में पड़ोसी महिला के घर के आंगन में मिली थी। पड़ोसी महिला ने बताया कि वह घबराते हुए आई थी। कह रही थी कि मुझे चक्कर आ रहे हैं। मैं जमीन पर ही आराम करना चाहती हूं। इधर, महिला के दोनों बेटे उसे ढूंढ रहे थे। पड़ोसी महिला ने उन्हें बताया कि उनकी मां उसके घर पर हैं। जिसके बाद बेटों ने देखा कि वह बेहोश थी। कुछ देर बाद होश आने पर उसने अपने साथ गलत काम होने की बात बताई। जिसके बाद परिजन ने डायल 100 को सूचना दी। महिला को अस्पताल लाया गया। इसी दौरान उसने दम तोड़ दिया। मृतक महिला आदिवासी समाज से हैं, जो कि खेती करती थी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। हिरासत में लिए गए दोनों युवकों से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल दोनों ने वारदात कबूल नहीं की हैं।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
