WORLD

पाकिस्तान में विपक्षी महागठबंधन ने सरकार के खिलाफ भरी हुंकार

इस्लामाबाद में आज अवाम पाकिस्तान के संयोजक शाहिद खाकन अब्बासी ने विपक्षी महागठबंधन के सम्मेलन को संबोधित किया।

इस्लामाबाद, 26 फरवरी (Udaipur Kiran) । पाकिस्तान में तहरीक तहफुज आईन-ए-पाकिस्तान (टीटीएपी) महमूद खान अचकजई के आवास पर हुए हंगामे के बाद विपक्ष को एक छतरी के नीचे आने का मौका मिल गया। अपनी ढपली और अपना राग अलाप रहे पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई), इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी), अवाम पाकिस्तान और मजलिस वहदत-ए-मुस्लिमीन (एमडब्ल्यूएम) व कुछ अन्य कुछ दलों ने महागठबंधन बनाकर संघीय सरकार पर नकेल कसने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। विपक्षी महागठबंधन का दो दिवसीय सम्मेलन आज यहां शुरू हुआ है।

द न्यूज समाचार पत्र के अनुसार, सम्मेलन में कई वक्ताओं ने संघीय सरकार पर संविधान की हत्या करने का आरोप लगाया। सम्मेलन में पीटीआई महासचिव सलमान अकरम राजा, सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) के प्रमुख साहिबजादा हामिद रजा, अवाम पाकिस्तान के शाहिद खाकन अब्बासी, एमडब्ल्यूएम के नासिर शिराजी व अन्य मौजूद हैं। इस महागठबंधन को ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस (जीडीए) का नाम दिया गया है।

महागठबंधन ने एक बयान में कहा, पाकिस्तान समय के साथ गंभीर संकटों से जूझ रहा है। शुरुआत में हमने एक विकासशील, समृद्ध और लोकतांत्रिक राज्य की नींव रखने की कोशिश की, लेकिन साजिशों, अलोकतांत्रिक ताकतों के हस्तक्षेप, कमजोर राजनीतिक व्यवस्था, भ्रष्टाचार और संस्थागत संघर्षों ने देश को अस्थिरता के दलदल में धकेल दिया है। यही नहीं 2024 के चुनाव में जनादेश को कुचल दिया गया। आज देश एक ऐसे चौराहे पर है जहां आगे बढ़ना असंभव हो गया है। हर गुजरते दिन के साथ लोगों के बीच निराशा और अनिश्चितता बढ़ रही है।

सम्मेलन में संविधान की सर्वोच्चता स्थापित करने के अपने उद्देश्य को रेखांकित करते हुए अवाम पाकिस्तान के संयोजक अब्बासी ने कहा, सरकार लोगों की प्रतिनिधि नहीं है। यह नाजायज सरकार संविधान से डरती है। एसआईसी प्रमुख हामिद रजा ने कहा, आप लोकतंत्र और मानवाधिकारों की आवाज को चुप नहीं करा सकते। चाहे बारिश हो या तूफान, राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। पीटीआई के राजा ने मानवाधिकार उल्लंघनों पर आवाज उठाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

—————

(Udaipur Kiran) / मुकुंद

Most Popular

To Top