
शिमला, 10 मई (Udaipur Kiran) । पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा है कि आतंकवाद आज भारत के लिए एक भयानक संकट बन चुका है, जो देश की प्रगति और विकास में गंभीर बाधाएं उत्पन्न कर रहा है। ऐसे में भारत सरकार द्वारा चलाया गया ऑपरेशन सिंदूर एक अत्यंत सफल और ऐतिहासिक कदम साबित हुआ है।
शांता कुमार ने शनिवार काे एक बयान में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत जिस कुशलता और रणनीति से नौ आतंकवादी ठिकानों पर कार्रवाई की गई, वह सैन्य इतिहास का एक गौरवपूर्ण अध्याय बन गया है। उन्होंने भारतीय सेना की इस वीरता और दृढ़ संकल्प के लिए पूरे देश की ओर से उन्हें बधाई दी।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के उस बयान की सराहना की, जिसमें उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ राज्य को एकजुट होने की आवश्यकता बताई है। शांता कुमार ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला का यह स्वीकार करना कि बिना स्थानीय सहायता के आतंकवाद संभव नहीं है, एक सकारात्मक संकेत है। उन्होंने उम्मीद जताई कि फारूक अब्दुल्ला और उनके मुख्यमंत्री पुत्र मिलकर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की जड़ें खत्म करने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने कहा, “अब समय बातचीत का नहीं, बल्कि निर्णायक कार्रवाई का है। पाकिस्तान की हरकतों के खिलाफ देश को एकजुट होकर खड़ा रहना चाहिए।”
शांता कुमार ने हिमाचल प्रदेश के कर्मचारी संगठनों से विशेष अपील करते हुए कहा कि इस समय सरकार से किसी भी प्रकार का संघर्ष उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि, “जब हमारे जवान सीमा पर अपने प्राणों की आहुति दे रहे हैं, तब देशवासियों का यह राष्ट्रीय कर्तव्य है कि वे एकजुट होकर सरकार को हरसंभव सहयोग दें।”
उन्होंने इस संघर्ष को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि आज पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है और यह समय एकता, सहयोग और देशहित में सोचने का है।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
