Haryana

ऑपरेशन अभ्यास : 4 बजे बजा सायरन, तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन हुआ शुरु, फायर ब्रिगेड ने पाया आग पर काबू

मॉक ड्रिल के दौरान आपदा प्रबंधन गतिविधि करते हुए कर्मचारी।

जिला झज्जर में चार स्थानों पर झांसी गई आपदा प्रबंधन की तैयारी झज्जर, 7 मई (Udaipur Kiran) । राज्य सरकार के दिशा-निर्देशानुसार, ऑपरेशन अभ्यास के तहत झज्जर जिला प्रशासन द्वारा चार स्थानों लघु सचिवालय भवन झज्जर, झाड़ली व जसौर खेड़ी में मॉक ड्रिल सिविल डिफेंस एक्सरसाइज का आयोजन किया गया। शाम 7:50 से 8:00 बजे तक झज्जर, बहादुरगढ़, बादली, बेरी व अन्य स्थानों पर लोगों ने ब्लैक आउट रखा। शहरों और गांव में अंधेरा छाया रहा। डिप्टी कमिश्नर स्वप्निल रविंद्र पाटिल एवं डीसीपी लोगेश कुमार पी की मौजूदगी में शाम 4 बजे सायरन बजते ही लघु सचिवालय भवन में आपातकालीन स्थिति की प्रतिकात्मक प्रस्तुति आरंभ की गई। सायरन के साथ ही भवन को योजनाबद्ध ढंग से खाली करवाया गया और छह घायल लोगों की स्थिति को दर्शाते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया। कंट्रोल रूम से पूरे मॉक ड्रिल अभ्यास का लाइव प्रसारण करते हुए मॉनिटरिंग की गई व जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए।

डीसी ने बताया कि आपदा प्रबंधन की प्रमुख इकाइयों – फायर ब्रिगेड, मेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस, स्वयंसेवकों एवं सुरक्षा कर्मियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। हर गतिविधि को इस प्रकार से अंजाम दिया गया मानो वास्तव में आपदा की स्थिति उत्पन्न हो गई हो। उन्होंने कहा कि इससे न केवल प्रशासनिक तंत्र की तत्परता प्रदर्शित हुई, बल्कि विभागीय समन्वय और ऑन-ग्राउंड एक्शन की दक्षता का भी मूल्यांकन हुआ। इस ड्रिल के माध्यम से यह स्पष्ट है कि झज्जर प्रशासन किसी भी आपदा की स्थिति में पूर्णतः तैयार, सजग और सक्षम है। उन्होंने कहा कि शाम 7 बजकर 50 मिनट पर ब्लैक आउट का अभ्यास किया जाएगा जो मॉक ड्रिल का ही हिस्सा है। इस दौरान एसडीएम रविंद्र यादव, डीआरओ प्रमोद चहल, डीडीपीओ निशा तंवर, डीआईपीआरओ सतीश कुमार सहित आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

एनटीपीसी के झाड़ली थर्मल पावर प्लांट स्थित सीआईएसएफ की बैरक-2 में एसडीएम रेणुका नांदल मार्गदर्शन में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। दो मंजिला भवन में आग लगने की स्थिति में त्वरित बचाव को लेकर अभ्यास किया गया। मॉक ड्रिल के दौरान, आग बुझाने के तरीकों, आपातकालीन प्रक्रियाओं और निकासी प्रक्रियाओं का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान 12 घायलों को बिल्डिंग से रेक्स्यू किया गया। इस अवसर पर डिप्टी इंसिडेंट कमांडर एवं एसडीएम रेणुका नांदल ने कहा कि मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य सिविल डिफेंस को एक्टिवेट करना है । अगर हवाई हमला होने की स्थिति में बचाव कैसे करना है।

इसके अलावा बादली में आयोजित मॉक ड्रिल में एक व्यक्ति की मौत, एक व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल व 2 व्यक्तियों को घायलों का प्रदर्शन करते हुए मॉक ड्रिल आयोजित की गई।

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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज

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