Haryana

गुरुग्राम: इंटरनेशनल ट्रेडिंग अकाउंट खोल लगाई 11.25 लाख की चपत 

-आरएएल कंपनी के 9600 शेयर आईपीओ सदस्यता के लिए आवंटित किए

गुरुग्राम, 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । साइबर क्राइम वैस्ट क्षेत्र में इंटरनेशनल ट्रेडिंग अकाउंट खोलकर महिला को 11.25 लाख रुपये की चपत लगा दी गई। महिला की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरु कर दी।

पुलिस को साेमवार काे दी शिकायत में स्थानीय सेक्टर-107 की सोसाइटी में रहने वाली रजनी पूनिया ने बताया कि अगस्त-2024 में आईपीओ और ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए खोले जाने वाले इंटरनेशनल ट्रेडिंग अकाउंट के लिए नुवा-इंटल सिक्योरिटीज के प्रतिनिधि ने उससे संपर्क किया। उसने रजनी से उसके आधार और पैन विवरण सहित व्यक्तिगत जानकारी ली। इसके बाद एक लिंक शेयर किया गया। जिसमें रजनी ने अपने आधार कार्ड और पैन कार्ड का सत्यापन कराया। 24 अगस्त 2024 को नुवा-इंटल सिक्योरिटीज के साथ रजनी ने इंटरनेशनल ट्रेडिंग अकाउंट खोल लिया। इसके दो दिन बाद ही 26 अगस्त को रजनी के पास सूचना आई कि उसे आरएएल कंपनी के 9600 शेयर आईपीओ सदस्यता के लिए आवंटित किए गए थे। जिसके लिए रजनी ने कुल तीन बार में 11.25 लाख रुपए की राशि जमा करा दी। इसके बाद रजनी को आईपीएचएल कंपनी के 39,600 अतिरिक्त शेयरों के आवंटन किए जाने की एक अधिसूचना मिली। जिसमें 40 लाख रुपये की अतिरिक्त सदस्यता की मांग की गई थी।

रजनी के पास पैसे नहीं थे तो उसने सदस्यता रद्द करने का अनुरोध किया। करीब छह दिन बाद सदस्यता रद्द करने के साथ राशि ऐप अकाउंट वॉलेट में वापस जारी कर दी गई। जब रजनी ने ये राशि निकालना चाहा तो उससे एसटीसीजी (शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन) के लिए एक लाख रुपये का भुगतान मांगा गया। रजनी ने आईपीओ बेचने से कोई पैसा नहीं कमाया। रजनी ने फंड निकालने के लिए ग्रुप के मालिक रमन वर्मा और उनके कथित प्रतिनिधि गीता गोपीनाथ से संपर्क किया। उससे फंड की निकासी के लिए दो लाख रुपए और मांगे गए। रजनी ने यह सब देने से मना कर दिया। काफी अनुरोध करने के बाद रजनी का पैसा निकालने पर सहमति बन गई।

जिसके बाद नौ सितम्बर को रजनी ने 11.02 लाख रुपये की निकासी के लिए आवेदन किया। जिसके दो घंटे बाद उसे व्हॉट्सएप पर संदेश मिला। जिसमें कहा गया कि सिस्टम में सुरक्षा ट्रिगर के कारण उसके अकाउंट का विवरण पुराना हो गया था। जिसको ठीक करने के लिए उसे 30 प्रतिशत मार्जिन करीब लगभग 4 लाख रुपए जमा कराने होंगे। रजनी को समझ में आ गया कि उसके साथ साइबर फ्रॉड हो गया है। उसने यह राशि जमा करने के लिए मना कर दिया। इसके बाद रजनी को वाट्सऐप गु्रप से हटा दिया और उसे ब्लॉक कर दिया गया। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है।

(Udaipur Kiran) हरियाणा

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