बांसवाड़ा, 3 सितंबर (Udaipur Kiran) । राजस्थान के लंबाई में सबसे बड़े बांध माही बजाज सागर के चार गेट मंगलवार को खोले गए। बांध से 25 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। गेट खोलने से एक घंटा पहले मंगलवार दोपहर तीन बजे सायरन बजाकर अलर्ट किया गया। शाम 4.26 बजे गेट खोले गए।
एईएन पीयूष पाटीदार ने बताया कि बांसवाड़ा जिले के माही डैम के 1, 2, 15 और 16 नंबर के गेट को एक-एक मीटर खोला गया है। सबसे पहले एक नंबर गेट खुला, इसके बाद 16 नंबर, फिर दो और 15 नंबर गेट खोला गया। डैम के ऊपर बने कंट्रोल पैनल रूम में चार अधिकारियों ने एक साथ बटन दबाकर गेट खोले। एईएन ने बताया कि गेट खोलने से पहले माही डैम के ऊपर बने माही माता मंदिर में पूजा की गई। माता का आशीर्वाद हर बार गेट खोलने से पहले लिया जाता है।
माही परियोजना के एक्सईएन प्रकाश चंद्र रैगर ने बताया कि डैम के गेट खोलने से पहले सायरन बजाना जरूरी होता है। एक सायरन माही डैम पर है। दूसरा 60 किलोमीटर दूर बेणेश्वर के संगम पर है और तीसरा 35 किलोमीटर दूर पीपलखूंट में है। सभी का कंट्रोल माही डैम से ही है। तीनों जगह के सायरन के बटन यहीं से दबाए गए थे। पहला सायरन माही डैम पर तीन बजे बजाया गया था। इसके बाद 3.30 बजे और फिर 3.45 बजे सायरन बजाया गया था। फाइनल सायरन 4.10 बजे बजाया गया था। सायरन लोगों को अलर्ट करने के लिए बजाया जाता है। ताकि वे नदी के बहाव क्षेत्र से दूर हो जाएं। साइरन की आवाज पांच किमी क्षेत्र तक सुनाई देती है।
बांसवाड़ा और उदयपुर संभाग के सबसे बड़े माही बजाज सागर बांध का जलस्तर 280.40 आरएल मीटर तक पहुंच चुका है। इसकी भराव क्षमता 281.50 आरएल मीटर है। बांध में बारिश के साथ मध्य प्रदेश से पानी की आवक लगातार जारी है। इसी पानी को रिलीज किया जा रहा है। बांध में 1000 क्यूसेक पानी की लगातार आवक हो रही है। ऐसे में जल संसाधन विभाग, राजस्थान माही बांध परियोजना ने गेट खोलने का फैसला किया। गेट खोलने को लेकर प्रशासन की ओर से लोगों को अलर्ट किया गया है। उनको नदी के आस-पास नहीं आने की चेतावनी दी गई है। माही बांध का निर्माण हुए 40 साल हो चुके हैं। इस बीच अब तक 26 बार गेट खोले गए हैं। साल 2006 में गणेश विसर्जन के दिन सभी 16 गेट पूरी क्षमता से खोले गए थे। साल 2019 के बाद से लगातार बांध ओवरफ्लो हो रहा है और इसके गेट खोले जा रहे हैं। बांध से पानी की निकासी के लिए 16 गेट बने हुए हैं, एक गेट साढ़े 12 मीटर तक खुल सकता है। इन गेट की चौड़ाई 15 फीट तक है।
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(Udaipur Kiran) / रोहित