Uttar Pradesh

आईआईटी कानपुर में एनर्जी ट्रांजिशन एंड फ्रेमवर्क फॉर छठवें विनियामक का ऑनलाइन सम्मेलन

ऑनलाइन बात करते हुए प्रोफेसर

कानपुर, 13 मार्च (Udaipur Kiran) । भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (आईआईटी कानपुर) के ऊर्जा विनियमन केंद्र (सीईआर) ने एनर्जी ट्रांजिशन एंड फ्रेमवर्क फॉर रिन्यूएबल परचेज ऑब्लिगेशन (आरपीओ) के लिए रूपरेखा तैयार करने के लिए छठवें विनियामक सम्मेलन की मेजबानी की। कर्नाटक विद्युत विनियामक आयोग (केईआरसी) के अध्यक्ष पी. रवि कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस वर्चुअल सम्मेलन में नीति निर्माताओं, विनियामक प्राधिकरणों, गैर-सरकारी संगठनों और सरकारी और निजी क्षेत्र के अधिकारियों सहित विभिन्न पेशेवर पृष्ठभूमि से 250 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।

सम्मेलन में चर्चा भारत की महत्वाकांक्षी नवीकरणीय ऊर्जा प्रतिबद्धताओं और निर्बाध ऊर्जा संक्रमण को सुविधाजनक बनाने में आरपीओ ढांचे की भूमिका पर केंद्रित थी। पैनल के सदस्यों ने अपने आरपीओ अधिदेशों को पूरा करने में बाध्य संस्थाओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की। उभरती प्रौद्योगिकियों के प्रभाव का आंकलन किया और आरपीओ ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए नीतिगत हस्तक्षेपों की खोज की। विचार-विमर्श नियामक और नीतिगत चुनौतियों के इर्द-गिर्द घूमता रहा। जिसमें आरपीओ परिभाषा, आरई उत्पादन की पारदर्शिता और दृश्यता और आरपीओ अनुपालन के लिए ढांचा, नवीकरणीय ऊर्जा प्रमाणपत्र (आरईसी) जैसे बाजार-आधारित समाधान और आरपीओ अनुपालन सुनिश्चित करने में दंड तंत्र की प्रभावशीलता शामिल थी।

संस्थापक और समन्वयक प्रोफेसर अनूप सिंह ने कहा रिन्यूएबल परचेज ऑब्लिगेशन फ्रेमवर्क भारत की ऊर्जा संक्रमण रणनीति की आधारशिला का प्रतिनिधित्व करता है। जब हम अपने राष्ट्रीय नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों की ओर जटिल मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं, तो हमें अनुपालन के लिए एक सहायक पारिस्थितिकी तंत्र बनाते हुए संस्थाओं के सामने आने वाली कार्यान्वयन चुनौतियों का समाधान करना चाहिए। यह सम्मेलन भारतीय बिजली क्षेत्र में ऊर्जा संक्रमण का समर्थन करने के लिए आरपीओ तंत्र को सामूहिक रूप से मजबूत करने के लिए नीति, नियामक और उद्योग क्षेत्रों से विविध दृष्टिकोणों को एक साथ लाता है। सहयोगात्मक संवाद के माध्यम से, हमारा लक्ष्य ऐसे क्रियाशील समाधानों की पहचान करना है जो भारत में नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने में तेज़ी लाने के लिए नियामक निरीक्षण और बाज़ार-आधारित दृष्टिकोणों के बीच संतुलन बनाए रखें। हम आरसीई-आधारित एकीकृत आईपीओ अनुपालन ढाँचे और आरई स्रोतों की श्रेणियों में आरपीओ लक्ष्यों के लिए गुणक-आधारित परिवर्तनशीलता का प्रस्ताव करते हैं।

(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप

Most Popular

To Top