जम्मू, 15 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय ने इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग विभाग (डीओईसीई) में मालवीय मिशन ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर (यूजीसी-एमएमटीटीसी) के तहत ड्रोन प्रौद्योगिकी और इसके अनुप्रयोग पर एक सप्ताह की कार्यशाला का उद्घाटन किया। 14 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक निर्धारित कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को ड्रोन प्रौद्योगिकी और इसके व्यापक अनुप्रयोगों की व्यापक समझ प्रदान करना है।
इस मौके पर कुलपति प्रो. संजीव जैन ने रक्षा और कृषि जैसे क्षेत्रों में ड्रोन की परिवर्तनकारी क्षमता पर प्रकाश डाला और सामाजिक कल्याण के लिए ऐसी उन्नत तकनीकों के उपयोग के महत्व पर बल दिया। डीओईसीई के प्रमुख प्रो. राकेश कुमार झा ने ड्रोन के बढ़ते महत्व पर जोर दिया और बताया कि कैसे इस तरह की कार्यशालाएँ छात्रों और शोधकर्ताओं को अत्याधुनिक कौशल के साथ तैयार करती हैं।
एमएमटीटीसी की निदेशक डॉ. नीलिका अरोड़ा ने अंतःविषय प्रशिक्षण के महत्व और अकादमिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुप्रयोगों के बीच की खाई को पाटने के बारे में बात की। इस कार्यक्रम में जम्मू और कश्मीर से 30 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया है, जिसका समन्वयन प्रोफेसर राकेश कुमार झा की देखरेख में डॉ. सुनील दत्त शर्मा और डॉ. मिश्बाह शफी द्वारा किया जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा