जम्मू, 18 नवंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के सीएसई और सीएसआईटी विभाग ने सोमवार को एक सप्ताह के लिए एआईसीटीई प्रशिक्षण और शिक्षण (एटीएएल) फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम का विषय सेंसर से इंटेलिजेंट सिस्टम तक आईओटी और मशीन लर्निंग का समन्वय था। उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. यशवंत सिंह, सीएसई और सीएसआईटी विभाग के प्रमुख प्रो. दिनेश कुमार सहित कई गणमान्य अतिथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
उद्घाटन सत्र में प्रो. यशवंत सिंह ने अपने संबोधन में आईओटी और मशीन लर्निंग के महत्व को विभिन्न अनुप्रयोगों के संदर्भ में रेखांकित किया। प्रो. दिनेश कुमार ने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया और उन्नत प्रौद्योगिकियों जैसे मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और आईओटी के एकीकरण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे इन प्रौद्योगिकियों की क्षमता को और अधिक खोजा जा सकता है।
वहीं कार्यक्रम की शुरुआत नर्मदा यूनिवर्सिटी के प्रो. सुदीप तंवर के उद्घाटन व्याख्यान से हुई जिसमें उन्होंने ब्लॉकचेन, आईओटी और एआई का स्मार्ट सिस्टम में एकीकरण विषय पर बात की और उभरती प्रौद्योगिकियों की परिवर्तनकारी क्षमता पर जोर दिया। इसके बाद चितकारा यूनिवर्सिटी के डॉ. नागेश कुमार ने आईओटी आधारित केस स्टडीज: स्मार्ट सिटी और उससे आगे पर एक प्रेरक सत्र प्रस्तुत किया।
बताते चलें कि इस एक सप्ताह के कार्यक्रम में कुल 39 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है। यह कार्यक्रम आईओटी और मशीन लर्निंग के समन्वय को समझने में एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करने का लक्ष्य रखता है ताकि शिक्षकों को इंटेलिजेंट सिस्टम में नवाचार को बढ़ावा देने के उपकरण प्रदान किए जा सकें। आने वाले दिनों में, आईआईटी, एनआईटी और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञ इस विषय पर सत्र देंगे।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा