जयपुर, 19 जुलाई। राजस्थान में इस वित्तीय वर्ष में पाईप लाईन से एक लाख नए घरेलू गैस कनेक्शन के लिए आधारभूत सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। जयपुर और कोटा सहित आठ शहरों में दो हजार किलोमीटर लम्बी गैस पाईप लाईन बिछाई जाएगी।
यह जानकारी खान एवं पेट्रोलियम सचिव आनन्दी ने दी। उन्होंने कहा कि सीटी गैस ड्रिस्ट्रीब्यूशन संस्थाओं को इस साल के अंत में होने वाले राजस्थान इंवेस्टमेंट समिट में सीएनजी-पीएनजी क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं के विस्तार के लिए अधिकतम निवेश प्रस्ताव प्रस्तुत कर एमओयू संपादित करने का आग्रह किया है।
आनन्दी ने शुक्रवार को सचिवालय में राज्य की 13 सीजीडी संस्थाओं और संबंधित विभाग के अधिकारियों की राज्य स्तरीय बैठक में राज्य में जयपुर, कोटा, अलवर, जोधपुर, उदयपुर, बूंदी, अजमेर और पाली में 2 हजार किलोमीटर लंबी गैस पाईपलाईन बिछाने के लिए संबंधित सीजीडी संस्थाओं को रोडमैप बनाकर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। इस साल पाईप लाईन से एक लाख घरेलू गैस कनेक्शन जारी किये जायेंगे। उन्होंने घरेलू के साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों में भी पाईप लाईन से अधिकतम गैस कनेक्शन करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में सीएनजी पीएनजी समय की मांग है। हमें आधारभूत ढ़ांचा विकसित करने के काम में तेजी लाने के साथ ही पाईप लाईन से घरेलू गैस कनेक्शनों के साथ औद्योगिक व व्यावसायिक क्षेत्रों में सीएनजी-पीएनजी सेवाओं का विस्तार करना होगा।
बैठक में एमडी रीको शिव प्रकाश नकाते ने विश्वास दिलाया के रीको के संचालित औद्योगिक क्षेत्रों और प्रस्तावित नए बनने वाले पार्कों में सीएनजी, पीएनजी व एलएनजी के लिए प्राथमिकता से भूमि व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र में सीएनजी पीएनजी सेवाओं के तेजी से विस्तार की आवश्यकता जताई।
राजस्थान स्टेट गैस के एमडी रणवीर सिंह ने बताया कि प्रदेश में सीजीडी का कार्य अलग—अलग क्षेत्रों में 13 संस्थाएं कर रही है। अब तक 309443 पाईप लाईन से घरेलू गैस कनेक्शन और 465 औद्योगिक कनेक्शन जारी किये जा चुके हैं। इसके साथ ही 364 सीएनजी स्टेशनों के माध्यमों से वाहनों को गैस उपलब्ध कराई जा रही है। प्रदेश में सीजीडी कंपनियों द्वारा सीएनजी-पीएनजी सुविधाओं के विस्तार के लिए आधारभूत ढांचा विकसित किया जा रहा है और चरणवद्ध तरीके से कनेक्शन व सुविधाएं विस्तारित की जा रही है।
बैठक में आधारभूत सुविधाओं के विस्तार में स्थानीय प्रशासन, पीड्ब्लूडी, नगरीय निकाय आदि विभागों से सकारात्मक सहयोग, रीको औद्योगिक क्षेत्र में स्थान की उपलब्धता सहित अन्य समस्याओं के समाधान के साथ ही रिप्स में सीएनजी पीएनजी प्रोत्साहन के प्रावधान रखने का सुझाव किया गया।
(Udaipur Kiran) / संदीप