
जोधपुर, 22 मई (Udaipur Kiran) । राजस्थान सरकार ने प्रदेश के औद्योगिक विकास को एक नई दिशा देने और स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने के उद्देश्य से एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) नीति-2024 को लागू किया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ने यह पहल करते हुए प्रत्येक जिले के एक विशिष्ट उत्पाद को चिन्हित कर उसे व्यापक प्रोत्साहन देने का संकल्प लिया है। यह नीति न केवल स्थानीय कारीगरों और लघु उद्यमियों के लिए संभावनाओं के नए द्वार खोलेगी, बल्कि आत्मनिर्भर राजस्थान की अवधारणा को भी साकार करेगी।
ओडीओपी नीति के तहत जोधपुर जिले के लिए लकड़ी का फर्नीचर उत्पाद को चयनित किया गया है, जो वर्षों से यहां की संस्कृति और कारीगरी परंपरा का हिस्सा रहा है। इस उत्पाद को न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान दिलाने हेतु यह एक सार्थक प्रयास है।
इस नीति के अंतर्गत सरकार द्वारा स्थापित और नव-स्थापित दोनों तरह के उद्यमों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आर्थिक प्रोत्साहन उपलब्ध कराया जाएगा, जिनमें मुख्य रूप से नवीन उद्यमों को मार्जिन मनी सहायता, नई तकनीक व सॉफ्टवेयर अधिग्रहण पर वित्तीय सहायता, गुणवत्ता प्रमाणपत्र और मानक प्राप्त करने पर प्रोत्साहन, विपणन सहायता, ई-कॉमर्स को बढ़ावा देने की विशेष योजनाएं शामिल हैं।
एसएसओ पोर्टल पर पंजीकरण है अनिवार्य
जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र जोधपुर के महाप्रबन्धक एसएल पालीवाल ने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक उद्यमियों को एसएसओ पोर्टल पर ओडीओपी योजना के अंतर्गत पंजीकरण कराना आवश्यक होगा। इसके पश्चात आवश्यक दस्तावेजों के साथ जिला उद्योग केन्द्र में आवेदन प्रस्तुत करना होगा। प्राप्त आवेदनों की जांच जिला स्तरीय छानबीन समिति द्वारा की जाएगी, जिसके अध्यक्ष मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद जोधपुर होंगे। समिति में महाप्रबंधक (उद्योग), जिला मार्गदर्शी बैंक अधिकारी, लेखाकार्मिक और उपायुक्त (उद्योग) सदस्य के रूप में कार्य करेंगे। उद्यमियों को योजना की विस्तृत जानकारी देने के लिए 23 मई को सुबह 11 बजे लघु उद्योग भारती सभागार जोधपुर में एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इसमें विशेष रूप से लकड़ी के फर्नीचर से जुड़े उत्पादकों से आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे।
(Udaipur Kiran) / सतीश
