Bihar

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के एनक्वास प्रमाणीकरण के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के एनक्वास प्रमाणीकरण के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

किशनगंज,24अगस्त (Udaipur Kiran) । जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए अब हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का (राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक, एनक्यूएएस) भी प्रमाणीकरण किया जाएगा।

इस प्रमाणीकरण का मुख्य उद्देश्य देशभर के स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की सेवाओं को उच्च गुणवत्ता के मानकों पर परखना और उन्हें मान्यता प्रदान करना है। एनक्वास प्रमाणीकरण से यह सुनिश्चित होगा कि इन केंद्रों पर दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाएं न केवल प्रभावी हैं, बल्कि विश्वसनीय और रोगियों की जरूरतों के अनुरूप भी हैं।इसके लिए सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। विदित हो की जिले के सभी प्रखंडो से 03 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का चयन एनक्वास प्रमाणीकरण के लिए किया गया है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीपीसी विश्वजीत कुमार ने बताया की एनक्वास प्रमाणीकरण, स्वास्थ्य सेवाओं के मानकों को परखने और उन्हें उच्चतम गुणवत्ता के साथ बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण साधन है।

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के नोडल पदाधिकारी डा. उर्मिला कुमारी ने बताया की एनक्वास प्रमाणीकरण से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर मरीजों का भरोसा बढ़ेगा। जब मरीज देखेंगे कि जिस केंद्र से वे सेवाएं प्राप्त कर रहे हैं, वह एनक्वास द्वारा मान्यता प्राप्त है, तो उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे इन सेवाओं का अधिक उपयोग करेंगे। यह प्रमाणीकरण उन लोगों के लिए भी लाभकारी होगा, जो ग्रामीण या दूरदराज के इलाकों में रहते हैं, जहां स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर अक्सर संदेह रहता है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का एनक्वास प्रमाणीकरण स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक सकारात्मक और आवश्यक कदम है। इससे न केवल सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि मरीजों का भरोसा भी बढ़ेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय का यह कदम देशभर के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को विश्वस्तरीय मानकों पर लाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।

सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने बताया की एनक्वास प्रमाणीकरण का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इससे राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी को और प्रभावी बनाया जा सकेगा। प्रमाणीकरण की प्रक्रिया में नियमित निरीक्षण और मूल्यांकन शामिल होते हैं, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अपनी सेवाओं में लगातार सुधार कर रहे हैं और मरीजों की आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हैं। इस प्रमाणीकरण के बाद, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर न केवल बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर पाएंगे, बल्कि यह भी सुनिश्चित कर पाएंगे कि प्रत्येक नागरिक को उच्चतम गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। इससे स्वास्थ्य सेवाओं में एक नई दिशा और दृष्टिकोण का विकास होगा, जो देश के स्वास्थ्य ढांचे को और मजबूत बनाएगा।

(Udaipur Kiran) / धर्मेन्द्र सिंह / गोविंद चौधरी

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