

हिसार, 23 अप्रैल (Udaipur Kiran) । लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय
ने विश्व रचनात्मकता और नवाचार दिवस पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। लुवास के कुलपति प्रो. (डॉ.) नरेश जिंदल के मार्गदर्शन
में बुधवार काे आयोजित इस कार्यक्रम अनेक विषयों पर चर्चा हुई।
इस अवसर पर आईसीएआर-केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान (सीआईआरजी), मखदूम, मथुरा
के निदेशक डॉ. एमके चेटली ने मुख्य अतिथि रहे। डॉ. नरेश कक्कड़ कार्यक्रम के सह-अध्यक्ष
रहे जबकि डॉ. विशाल शर्मा ने रैपोर्टेयर रहे। डॉ. प्रियंका ने संगोष्ठी का समन्वयन
किया। मानव संसाधन प्रबंधन निदेशक डॉ. राजेश खुराना ने आईआईसी के अवलोकन के बारे में
उद्घाटन भाषण दिया। कार्यक्रम में दो ज्ञानवर्धक व्याख्यान हुए। पहला व्याख्यान वेटरनरी
माइक्रोबायोलॉजी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रवीन कुमार ने जैव सूचना विज्ञान विषय
पर दिया, जिसमें पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान में इसकी उभरती भूमिका पर प्रकाश डाला
गया। दूसरा प्रस्तुतीकरण डॉ. नरेश कक्कड़ ने किया, जिन्होंने एफएमडी ई-लॉस कैलकुलेटर
ऐप पर एक व्यावहारिक जानकारी दी, जो पशुओं में खुरपका और मुंहपका रोग के कारण होने
वाले आर्थिक नुकसान का अनुमान लगाने के लिए बनाया गया एक नया ऐप है।
इस अवसर पर डॉ. एनके कक्कड़, डॉ. स्वाति दहिया और डॉ. नीलम रानी को आईपीआर
के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। संगोष्ठी में विभिन्न
विभागों के छात्र और संकाय सदस्य शामिल हुए। इस कार्यक्रम ने विश्व रचनात्मकता और नवाचार
दिवस के वैश्विक पालन के अनुरूप पशु चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान में रचनात्मकता और
नवाचार को बढ़ावा देने के महत्व को सफलतापूर्वक रेखांकित किया।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
