पश्चिम चंपारण(बगहा), 09 सितम्बर (Udaipur Kiran) । वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल 2 के अंतर्गत सभी 5 रेंज के वनकर्मियों में वनपाल, वनरक्षी, टीटी और पीपी को सोमवार को वाल्मीकिनगर स्थित वन विभाग के ऑडियों-वीडियों के सभागार में वन अधिकारी और डब्ल्यू डब्ल्यू एफ के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य वन संपदा और वन्य जीवों की सुरक्षा और विकास के बिंदु पर केंद्रित रहा।
इस सन्दर्भ में प्रशिक्षु डीएफओ स्टालिन फेडल कुमार ने बताया कि डिवीजन 2 के वाल्मीकिनगर , गोनौली, मदनपुर, चिउंटहा और हरनाटाड़ के सभी रेंज से वन कर्मियों को इसका प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने बताया कि वन कर्मियों को वनवर्ती गांवों में स्थापित इको विकास समिति के अधिकार, कार्य, महत्व और उनके दायित्व के बाबत विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही वनवर्ती गांवों में इडीसी की गठन के विभागीय नियमों के बाबत प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।इसका मुख्य उद्देश्य वन संपदा और वन्य जीवों की सुरक्षा,संरक्षण और विकास है।साथ ही वन क्षेत्र में लगे कैमरा ट्रैप की कार्य प्रणाली, उपयोगिता , बाघों की पगचिह्न के सहारे मॉनिटरिंग, पगचिह्न की पहचान की जानकारी चलचित्र के माध्यम से दी गई। शीघ्र ही वनकर्मियो को इन मुख्य विंदू पर कार्यशाला के माध्यम से विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई जायेगी।
उन्होंने बताया कि वन कर्मियों को इस प्रशिक्षण के बाद वन क्षेत्र में वन संपदा तथा वन्य जीव के निगरानी में सुविधा प्राप्त होगी। नई टेक्निक के साथ कार्य सुगम और सुलभ हो जायेगा। कार्य में कोताही बरतने वाले वन कर्मियों की भी शिनाख्त करने को लेकर विभाग गंभीर है। लापरवाही बरतने वाले वन कर्मियों के ऊपर करवाई की जायेगी ।इस प्रशिक्षण में डीएफओ स्टालिन फेडल कुमार के अलावा ट्रेनर के रूप में डब्ल्यू डब्ल्यू एफ तराई आर्क लैंड स्केप के समन्वयक डॉ प्रकाश मर्दराज, डब्ल्यू डब्ल्यू एफ के परियोजना अधिकारी बांके लाल प्रजापति, वाल्मीकिनगर वनक्षेत्र पदाधिकारी राजकुमार पासवान,वनपाल नवीन कुमार के अलावा दर्जनों वन कर्मी मौंजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / अरविन्द नाथ तिवारी