डोडा 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । नशा मुक्त समाज बनाने की भारत सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप जेकेएसपीवाईएम एसएलसी, जेएंडके ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जिला डोडा के मास्टर स्वयंसेवकों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया।
सामुदायिक भवन डोडा में आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय सामाजिक रक्षा संस्थान, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार और जिला प्रशासन डोडा के सहयोग से किया गया। इस कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी तारिक परवेज काजी, तहसील समाज कल्याण अधिकारी बाबू राम और नगरी के पूर्व पार्षद रमेश कुमार ने भाग लिया।
सभा को संबोधित करते हुए काजी ने जम्मू.कश्मीर में युवाओं में मादक द्रव्यों के सेवन की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त की और मास्टर स्वयंसेवकों से प्रशिक्षण से पूरा लाभ उठाने और जिले में नशे की लत से लड़ने के लिए प्राप्त ज्ञान को लागू करने का आग्रह किया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषण के साथ हुई जिसके बाद जेकेएसपीवाईएम की कार्यक्रम निदेशक पल्लवी सिंह ने जेकेएसपीवाईएम और एसएलसी, जेएंडके का परिचय दिया।
प्रशिक्षण में लगभग 55 मास्टर स्वयंसेवकों ने भाग लिया जिसमें नशा मुक्ति के विभिन्न पहलुओं पर चार सत्र शामिल थे जैसे कि ड्रग्स, ड्रग के उपयोग और इसके परिणामों के बारे में जानकारी, जिला स्तरीय नशा मुक्त भारत अभियान, ड्रग उपचार और रोकथाम में हस्तक्षेप स्पेक्ट्रम, और मास्टर स्वयंसेवकों और नशा मुक्त भारत नेताओं की भूमिकाएँ और जिम्मेदारियाँ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम ने प्रतिभागियों की मादक द्रव्यों के सेवन की समझ को बढ़ाया और साथ ही उन्हें अपने समुदायों में नशीली दवाओं की रोकथाम के लिए अधिवक्ता बनने के लिए आवश्यक कौशल से लैस किया।
कार्यक्रम का समापन प्रमाणपत्रों के वितरण के साथ हुआ जो न केवल कार्यक्रम के अंत को चिह्नित करता है बल्कि डोडा में नशा मुक्त समाज को बढ़ावा देने में परिवर्तन के एजेंट के रूप में स्वयंसेवकों की यात्रा की शुरुआत भी है।
(Udaipur Kiran) / मोनिका रानी