– सीडीओ के निरीक्षण में अनुपस्थित मिले थे कई कार्यालयों के कर्मी
मैनपुरी, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । मैनपुरी में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के शैक्षिक कार्य और अपने दायित्वों के प्रति घोर लापरवाह हैं। इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) ने दो दिन पूर्व बीएसए कार्यालय समेत कई विभागों और कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस लापरवाही पर बीएसए समेत उनके कार्यालय में कार्यरत 17 कर्मियों के एक दिन का वेतन काटने की बड़ी कार्रवाई की गई है। इसके अलावा अन्य विभागों व कार्यालयों को मिलाकर कुल 40 बाबू व कर्मियों का एक-एक दिन का वेतन काटने के आदेश दिए गए हैं।
मैनपुरी जनपद के सीडीओ विनोद कुमार ने 25 जुलाई को विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण कर जन कार्यों की स्थिति को परखा। इस दौरान वह जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका गुप्ता के कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे। हैरत की बात तो यह रही कि बीएसए के साथ अधीनस्थ कई कर्मी अनुपस्थित मिले। कार्यालय में बीएसए को ना पाकर सीडीओ ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने इस सम्बंध में कड़ा रूख अपनाया और शासन की मंशा के अनुरूप विभागीय कार्य में रूचि न लेने और अनुपस्थित रहने वाले बीएसए समेत वहां तैनात कुल 17 बाबू व कर्मियों का एक दिन का वेतन काटने के साथ ही स्पष्टीकरण मांगा है।
इसी तरह सीडीओ ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में एक लिपिक, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक, सहकारिता कार्यालय में तीन, जिला कृषि रक्षा अधिकारी कार्यालय में एक, जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में एक, जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में एक, उपजिलाधिकारी करहल तहसील कार्यालय में तीन, खण्ड विकास अधिकारी करहल कार्यालय में दो, उपजिलाधिकारी भौगांव कार्यालय की तहसील में दो, खण्ड विकास कार्यालय सुल्तानगंज में दो, उपजिलाधिकारी कुरावली की तहसील में एक, खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय में दो, उपजिलाधिकारी किशनी के खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय में तीन कर्मियों को अनुपस्थित पाया। इस संबंध में उक्त सभी कार्यालयों के अनुपस्थित कर्मियों को स्पष्टीकरण नोटिस जारी करते हुए एक दिन का वेतन काटने के आदेश दिए गए हैं। सीडीओ की इस कार्रवाई से जनपद के सभी कार्यालयों में कार्यरत कर्मियों में खलबली मच गई है।
(Udaipur Kiran) / मोहित वर्मा / राजेश