

रामगढ़, 2 अप्रैल (Udaipur Kiran) । झारखंड राज्य का एकमात्र सिद्ध पीठ रजरप्पा मंदिर चैती नवरात्र को लेकर सज धज कर तैयार हो गया है। बुधवार को चैती नवरात्र के चौथे दिन है मां कुष्मांडा की विधिवत पूजा हुई। इस पूजा में शामिल होने के लिए झारखंड ही नहीं देश के कोने-कोने से श्रद्धालु रजरप्पा मां छिन्नमस्तिका दरबार में पहुंचे। श्रद्धालु माता की महिमा का गुणगान करते यहां पहुंचते हैं। ऐसी मान्यता है कि जिस पर मां प्रसन्न हुई, उसके दिन सुधर जाते हैं। जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से माता के दरबार में हाजिरी लगाते हैं उनकी मन्नत पूरी होती है। कोलकाता के कारीगरों की ओर से रजरप्पा मंदिर को फूलों से सुसज्जित किया गया है। रामगढ़ पुलिस प्रशासन और न्यास समिति की निगरानी में श्रद्धालुओं को माता के दर्शन कराए जा रहे हैं।
मंदिर के पुजारी विप्लव पांडा ने बताया कि नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा-उपासना करने का विधान होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां कुष्मांडा की पूजा और उपासना करने से भक्तों की सभी तरह के रोग, कष्ट और शोक समाप्त हो जाते हैं। नवरात्रि में मां के इस रूप की पूजा करने से पर भक्तों की आयु, यश, कीर्ति, बल और आरोग्यता में वृद्धि होती है।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
