जम्मू, 21 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शहीद स्मारक, सशस्त्र पुलिस परिसर, ज़ेवान में पुष्पांजलि अर्पित की और उन बहादुर पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए अपनी जान की बाजी लगा दी। उन्होंने गगनगीर आतंकी हमले में शहीद हुए नागरिकों को भी श्रद्धांजलि दी।
उपराज्यपाल ने कहा “मैं हमारी पुलिस के बहादुरों को सलाम करता हूं। उनकी विरासत हमारे दिलों में जिंदा रहेगी। इस दिन आइए हम साहस, एकता और राष्ट्र की सेवा के उन मूल्यों को बनाए रखने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करें जिनके लिए वे खड़े थे।’’ उपराज्यपाल ने नागरिकों के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने में जम्मू कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों के अद्वितीय योगदान की सराहना की। उन्होंने शहीदों के परिवारों के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया और पुलिस कर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
उन्होंने कहा आपसे और पूरे क्षेत्र से हमारा वादा शांति और स्थिरता की विरासत को आगे बढ़ाने का है जिसकी रक्षा के लिए हमारे बहादुर सैनिकों ने बहुत संघर्ष किया। आतंकवाद से निपटने में हमारी पुलिस, सुरक्षा बलों की सफलता ने जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति ला दी है और तीव्र एवं आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त किया है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में जम्मू-कश्मीर की परिवर्तनकारी यात्रा पर बोलते हुए उपराज्यपाल ने प्रत्येक नागरिक से शांति और सद्भाव को बाधित करने वाली ताकतों के खिलाफ एकजुट और सतर्क रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा “शांति और स्थिरता ने संसदीय चुनावों, जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों और श्री अमरनाथ जी यात्रा के शांतिपूर्ण और सफल संचालन को सक्षम बनाया है। अब सभी विशेषकर युवाओं के लिए इस शांति के अवसर का लाभ उठाने का समय आ गया है जो इस क्षेत्र का भविष्य हैं। आइए हम अपनी पुलिस, सेना और सीएपीएफ का समर्थन करने का संकल्प लें क्योंकि वे हमारी सुरक्षा और भलाई की रक्षा करना जारी रखेंगे।”
इस अवसर पर उपराज्यपाल ने पुलिस अधिकारियों और कर्मियों से महिलाओं, बच्चों, समाज के कमजोर वर्गों के खिलाफ अपराधों की निगरानी के लिए तंत्र की लगातार समीक्षा करने और उसे मजबूत करने और सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने को भी कहा। उन्होंने नशा मुक्त जम्मू कश्मीर के लिए एक समर्पित अभियान शुरू करने और प्रभावी आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए पुलिस कर्मियों के बीच जागरूकता, क्षमताओं और समन्वय को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण और पुनः कौशल पर विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया।
डीजीपी जम्मू-कश्मीर नलिन प्रभात ने पुलिस के उन बहादुर जवानों के नाम पढ़े जिन्होंने वर्ष के दौरान अपराध से लड़ते हुए और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए शहादत प्राप्त की। शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया। उपराज्यपाल ने इस अवसर पर आयोजित रक्तदान शिविर का भी दौरा किया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा