

झाबुआ, 28 मई (Udaipur Kiran) । लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती वर्ष के अवसर पर मध्य प्रदेश में 29 से 31 मई 2025 तक जनकल्याणी पर्व मनाया जा रहा है। इस ऐतिहासिक पर्व के तहत पुलिस विभाग द्वारा महिला सशक्तिकरण से जुड़ी पहलों-जैसे ऑपरेशन मुस्कान, सृजन कार्यक्रम, महिला अपराधों पर प्रभावी कार्रवाई, महिला ऊर्जा डेस्क की उल्लेखनीय उपलब्धियाँ और जन-जागरूकता अभियानों-को लोकमाता के आदर्शों से जोड़ते हुए प्रस्तुत किया जाएगा।
इसी क्रम में जिला पुलिस द्वारा सशक्त समाज के निर्माण एवं महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से चलाए जा रहे रक्षा सखी कार्यक्रम के तहत बुधवार को ग्राम उमरिया, संजवानी व अन्य स्थानों पर रक्षा सखि टीम द्वारा ग्रामीण जनों को लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के महान जीवन के बारे में बताते हुए कहा गया कि लोकमाता अहिल्याबाई होलकर 18वीं शताब्दी की एक महान भारतीय शासिका थीं, जिन्होंने मराठा साम्राज्य के अंतर्गत इंदौर (मालवा क्षेत्र) पर शासन किया। उनका जन्म 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के अहमदनगर में हुआ था। वे अपने न्यायप्रिय, धर्मनिष्ठ एवं कुशल प्रशासन के लिए जानी जाती हैं। अहिल्याबाई ने अपने शासनकाल में कई मंदिरों, घाटों, धर्मशालाओं और कुओं का निर्माण कराया, जिनमें काशी का विश्वनाथ मंदिर रामेश्वरम जैसे तीर्थस्थलों का पुनर्निर्माण भी शामिल है। उन्होंने महिलाओं की स्थिति सुधारने और विधवाओं को सम्मानजनक जीवन देने के लिए भी कार्य किया। अपने परोपकारी कार्यों और सुशासन के लिए उन्हें लोकमाता की उपाधि दी गई।
रक्षा सखी टीम द्वारा उक्त गांवों में जाकर 100 डायल के बारे में जानकारी दी गई, बच्चों को पढ़ाई करने हेतु प्रेरित किया गया, साथ ही यातायत के नियमो की जानकारी भी दी गई, रक्षा सखियों ने बच्चों को साइबर ठगी से बचने के लिए समझाया व बच्चों को किसी भी स्थिति में पढ़ाई नहीं छोड़ने एवं लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में उनके आदर्शों को अपनाए जाने की प्रेरणा दी गई।
—————
(Udaipur Kiran) / उमेश चंद्र शर्मा
