
पटना, 07 जून (Udaipur Kiran) । बिहार में पिछले कुछ समय से केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के विधानसभा चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ दिन पहले चिराग पासवान के जीजा एवं जमुई सांसद अरुण भारती ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि चिराग पासवान काे लेकर पार्टी के कार्यकर्ता चाहते हैं कि चिराग पासवान केंद्र की राजनीति छोड़कर बिहार की सियासत में फिर से एक्टिव हों। इस कयास पर आज केन्द्रीय मंत्री ने खुद जवाब देते हुए अपना इरादा साफ किया।
शनिवार काे पटना पहुंचे केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान से जब मीडियाकर्मियों ने सवाल किया कि क्या वह विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे? तब उन्होंने इससे इनकार तो नहीं किया और गेंद लोजपा (रामविलास) के संसदीय बोर्ड के पाले में डाल दिया। चिराग ने कहा कि मैं कहां से विधानसभा का चुनाव लड़ूंगा या नहीं लड़ूंगा, इन तमाम विषयों पर चर्चा चल रही है। इसपर अंतिम मुहर पार्लियामेंट्री बोर्ड को ही लगाना है।
पार्टी के स्ट्राइक रेट को मजबूत करना है जरुरीचिराग ने कहा कि जो लोग मेरे विधानसभा चुनाव को लड़ने को लेकर मेरे गठबंधन के भीतर भ्रम फैला रहे हैं कि मेरी सीएम की कुर्सी पर नजर है तो वे जान लें, ऐसा कतई नहीं है। भरोसा रखिए कि इस बार भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पहले से अधिक मजबूत सरकार बनने जा रही है। मैं उन्हें बताना चाहूंगा कि अगर मैं विधानसभा का चुनाव लड़ूंगा तो उसके पीछे की अपनी पार्टी के स्ट्राइक रेट को मजबूत करना होगा। गठबंधन को मजबूत करना होगा।
उन्हाेंने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है कि मैं ही ऐसा अनोखा प्रयोग करने जा रहा हूं। भाजपा या अन्य बड़े दल अपने राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को विधानसभा का चुनाव लड़वाते हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान कैबिनेट मिनिस्टर भी चुनाव लड़े लेकिन इसके पीछे की सोच अपने कार्यकर्ताओं में उत्साह लाने की होती है। गठबंधन और अपनी पार्टी के स्ट्राइक रेट को बेहतर करने की होती है।
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(Udaipur Kiran) / चंदा कुमारी
