बीजिंग, 2 जनवरी (Udaipur Kiran) । बैडमिंटन ओलंपिक चैंपियन हुआंग याकिओंग ने आधिकारिक
तौर पर अपने राष्ट्रीय टीम के करियर को अलविदा कह दिया है। उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया पर उक्त घोषणा की।
हुआंग ने लिखा,
मुझे सभी ने अनगिनत प्रोत्साहन दिए हैं,
उम्मीद
है कि मैं अपना करियर जारी रख पाऊंगी। लेकिन वास्तव में, पेरिस
ओलंपिक की तैयारी के बाद से ही, मैंने
पेरिस ओलंपिक को अपना आखिरी ओलंपिक मान लिया था। हालांकि मेरे मौजूदा फॉर्म के
आधार पर, मेरे पास अभी भी
प्रतिस्पर्धा करने की शारीरिक क्षमता है, लेकिन
पिछले कुछ वर्षों में लगी चोटों और बढ़ती उम्र ने मुझे देश के लिए गौरव जीतने और
एक बेहतरीन एथलीट के रूप में फॉर्म बनाए रखने के मिशन को जारी रखने के लिए
आत्मविश्वास की कमी कर दी है।
तीन साल पहले टोक्यो ओलंपिक में उपविजेता रहने
के बाद, हुआंग और उनकी
जोड़ीदार झेंग सिवेई ने पेरिस ओलंपिक में अजेय रहते हुए बिना एक भी सेट गंवाए 6-0
के रिकॉर्ड के साथ मिश्रित युगल स्वर्ण पदक जीता। झेंग ने पिछले नवंबर में यह भी
घोषणा की थी कि वह अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता से संन्यास ले लेंगे। अपनी आखिरी
अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में, इस
जोड़ी ने पिछले महीने ही साल के अंत में बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन वर्ल्ड टूर फाइनल
में लगातार तीसरी बार चैंपियनशिप जीती थी।
हुआंग ने कहा कि भले ही उन्होंने राष्ट्रीय
टीम छोड़ दी है, लेकिन बैडमिंटन के
साथ उनका रिश्ता अभी भी अटूट है। वह अभी भी अपने तरीके से खेल में योगदान देंगी।
उन्होंने कहा, बैडमिंटन
मेरा आजीवन लक्ष्य है और मैं इसके लिए अपना सबकुछ देने को तैयार हूं।
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(Udaipur Kiran) दुबे