Uttrakhand

ओलंपियन बोले – उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेल बनेंगे मील का पत्थर

38 वें राष्ट्रीय खेल।

देहरादून, 28 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी इस बार उत्तराखंड को मिली है, जिससे पूरे राज्य में उत्साह का माहौल है। रियो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके मनीष रावत इस आयोजन में बतौर खिलाड़ी नहीं, बल्कि कोच के रूप में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

यह महा आयोजन 28 जनवरी 2025 से शुरू हाेगा। इससे पहले, 15 दिसंबर को राष्ट्रीय खेलों के शुभंकर मौली, मशाल और अन्य प्रतीकों की लांचिंग की जा चुकी है। इस कार्यक्रम में मनीष रावत ने पहली बार मशाल थामकर सार्वजनिक तौर पर अपनी भागीदारी दर्ज कराई थी।

मनीष रावत, जो वर्तमान में उत्तराखंड पुलिस में इंस्पेक्टर हैं, का कहना है कि राष्ट्रीय खेल उत्तराखंड के लिए सौभाग्य की बात है। यह प्रदेश में खेल विकास के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। मुझे खुशी है कि मुझे राष्ट्रीय खेलों की मशाल थामने का अवसर मिला।

पेरिस ओलंपिक में भाग ले चुकीं एथलीट अंकिता ध्यानी ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों को लेकर मैं बहुत उत्साहित हूं। सबसे बड़ी बात यह है कि यह आयोजन मेरे घर यानी उत्तराखंड में हो रहा है। इसके अलावा, अपनी धरती पर अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात है। यह उत्तराखंड के लिए न सिर्फ खेल, बल्कि हर लिहाज से बड़ा अवसर है। इससे उत्तराखंड को बहुत एक्सपोजर मिलेगा।

पेरिस ओलंपिक में अलग-अलग प्रतिस्पर्धाओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी अंकिता ध्यानी हों या फिर सूरज पंवार या परमजीत सिंह, राष्ट्रीय खेलों को लेकर उत्साहित हैं। ये तीनों ही खिलाड़ी राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेंगे। तीनों खिलाड़ी अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं।

(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार

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