Uttar Pradesh

सीएसए के कुलपति के प्रयास से पुरानी वेतन संबंधी समस्या का हुआ निदान 

कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय एवं मत्स्य महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. एन.के. शर्मा का छाया चित्र

महाविद्यालयों में छात्रों की संख्या हुई दूनी:डा. एन.के. शर्मा

कानपुर, 11 नवंबर (Udaipur Kiran) । सीएसए के कृषि अभियंत्रण एवं मत्स्य महाविद्यालय की लगभग बीस वर्ष पुरानी समस्या कर्मचारियों एवं अधिकारियों के वेतन से संबंधित समस्या का निदान हो गया। इतना ही नहीं छात्रों की संख्या में भी दूनी हो गई। यह जानकारी सोमवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर के अधीन संचालित कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय एवं मत्स्य महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. एन.के. शर्मा ने दी।

उन्होंने बताया कि किसी भी संस्थान का विकास उसके मुखिया पर निर्भर करता है। विश्वविद्यालय के कुलपति डा. आनन्द कुमार सिंह के विस्तृत दृष्टिकोण के क्रम में उनके अथक प्रयास से लगभग बीस वर्ष पुरानी समस्या कर्मचारियों एवं अधिकारियों का वेतन पूरा कराने में काफी सहयोग किया ।

कुलपति ने उच्च गुणवत्ता के शिक्षक उपलब्ध कराना, सोलर रूफटॉप के लिये कृषि अभियंत्रण संकाय एवं मत्स्य महाविद्यालय को 20 लाख एवं 10 लाख उपलब्ध कराना, महाविद्यालयों में बृहद वृक्षारोपण एवं नियमित योग कक्षायें आयोजित करने के लिये समय-समय पर मार्गदर्शन प्रदान करते रहते है। अधिष्ठाता एवं कुलपति के व्यापक दृष्टिकोण की वजह से महाविद्यालयों में छात्रों के प्रवेश लेने में काफी संख्या की वृद्धि हुई है।

अधिष्ठाता ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि महाविद्यालय की प्रगति पर बताया कि समस्त स्टाफ को बायोमेट्रिक की अनिवार्यता, जी.पी.एस. तसवीरों द्वारा कक्षाओं में पठन-पाठन की निगरानी, सैद्धान्तिक कक्षाओं की अतिरिक्त व्यावहारिक प्रशिक्षण, आईसीएआर द्वारा अनुशंसित अण्डर ग्रेजुएट स्टूडेन्ट रेडी प्रोग्राम के क्रियान्वयन, विभिन्न प्रतिष्ठित आईसीएआर संस्थानों जैसे-एन.वी.एफ.जी.आर., लखनऊ और सी.आई.एफ.ई, मुम्बई के साथ छात्र हितों के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के कारण सी.आई.एफ.ए., भुवनेश्वर, केन्द्रीय मत्स्य प्राद्याेगिकी संस्थान, वेरावल गुजरात और केन्द्रीय खारा जल संस्थान, कोलकाता आदि के छात्रों को इनप्लांट प्रशिक्षण, अन्तिम वर्ष के छात्रों को पहली वार ट्रैक्टर उद्योग जैसे-सोनालिका ट्रैक्टर, एस्कार्ट ट्रैक्टर, जेन इरीगेशन आदि में हार्डकोर इन प्लांट ट्रेनिंग कराया जाना, कई बड़ी कम्पनियों ने कैंपस इन्टरव्यू की व्यवस्था जिससे एसेन्चर, टी.सी.एस. जैसी कम्पनियों में प्लेसमेन्ट कराया जाना, गेट जे.आर.एफ. के लिये अलग से तैयारी कराया जाना शामिल है। साथ ही इस अवसर पर अधिष्ठाता ने सभी शिक्षक एवं कर्मचारियों के सहयोग की सराहना करते हुए आगामी समय में अपनी योजना के बारे में भी अवगत करया।

इस अवसर पर डा. पी.के.एस. भदौरियों एवं डा. आशुतोष लोहवंशी भी उपस्थित रहें।

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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल

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