
पानीपत, 26 अप्रैल (Udaipur Kiran) । पानीपत सीआईए थ्री पुलिस टीम ने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की मथुरा-पानीपत पाइप लाइन से तेल चोरी के मामलों में फरार पांच हजार के इनामी आरोपी को यूपी के सहारनपुर से गिरफ्तार किया है। शनिवार को सीआईए थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर विजय ने बताया कि उनकी टीम आरोपी की धरपकड़ के लिए संभावित ठीकानों पर दबिश दे रही थी। शातिर आरोपी पुलिस की भनक लगते ही फरार हो जाता था। पुलिस टीम ने सूचना पर दबिश देकर आरोपी को यूपी के सहारनपुर से काबू करने में कामयाबी हासिल की।
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने गिरोह के पहले गिरफ्तार हो चुके अपने साथी आरोपी इशाक निवासी धामड़ रोहतक, सुनील निवासी मनाना समालखा व फरार एक अन्य साथी आरोपी के साथ मिलकर पाइप लाइन से तेल चोरी की उक्त वारदतों को अंजाम देने बारे स्वीकारा। पुलिस ने शनिवार को आरोपी संदीप को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी से चोरी किया तेल व वारदात में प्रयुक्त गाड़ी बरामद करने व फरार आरोपी के ठीकानों का पता लगाएगी
आरोपी संदीप के खिलाफ पानीपत की तेल चोरी की तीन वारदातों के अतिरिक्त यूपी में आर्म्स एक्ट, तेल चोरी समेत विभिन्न आपराधिक वारदातों के 9 मामले दर्ज है। प्रभारी इंस्पेक्टर विजय ने बताया कि पाइप लाइन से तेल चोरी के मामलों में पहले गिरफ्तार हो चुके गिरोह के आरोपी इशाक निवासी धामड़ रोहतक व सुनील निवासी मनाना समालखा ने पूछताछ में साथी आरोपी संदीप निवासी बोडा बागपत यूपी हाल नारायणा व एक अन्य साथी के साथ मिलकर वारदातों को अंजाम दिया।
थाना समालखा में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन उतरी क्षेत्र पाइप लाइन के वरिष्ठ प्रबंधक हंसराज मीना ने पुलिस को शिकायत देकर बताया था कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन मथुरा-पानीपत पाइप लाइन विभिन्न गांव से गुजरते हुए पानीपत आईओसीएल में आई हुई है। यह पाइप लाइन नारायणा गांव के खेतों से भी गुजरती है। 14 मई 2024 को नारायणा गांव निवासी किसान राजेश पुत्र पलटू राम ने सुरक्षा सुपरवाईजर पाले राम को बताया कि उनके खेत के पड़ोसी गांव निवासी सुशील उर्फ शीला नंबरदार के गन्ने के खेत में पाइप लाइन के पास डीजल व वाहनों की आवाजाही के निशान मिले है। सूचना के तुरंत बाद आईओसीएल की संरक्षण टीम मौके पर पहुंची और संदिग्ध जगह की खुदाई करवाई तो पाइप लाइन में वॉल्व लगी मिली। आरोपियों द्वारा पाइप लाइन से तेल चोरी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा था।
—————
(Udaipur Kiran) / अनिल वर्मा
