कोलकाता, 03 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के केंद्रीय विपणन संगठन, मुख्यालय कोलकाता में हिंदी पखवाड़ा का आयोजन धूमधाम से किया गया। सेल की ओर से गुरुवार को एक बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी गई है। पखवाड़े का शुभारंभ कार्यालय के कार्यपालक निदेशक (विपणन) संजय अग्रवाल, कार्यपालक निदेशक (विपणन सेवाएं) सुरेश राजा मोहन, कार्यपालक निदेशक (वित्त व लेखा) एस के शर्मा, कार्यपालक निदेशक (विक्रय व आई टी डी) और अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित सभी कार्यपालक निदेशकों और मुख्य महाप्रबंधकों ने क्रमशः केंद्रीय गृह मंत्री, केंद्रीय इस्पात मंत्री, केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री, सेल अध्यक्ष और निदेशक (वाणिज्य) के संदेशों का वाचन किया। कार्यक्रम में वर्धमान विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रंजीत कुमार को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
पखवाड़े के दौरान हिंदी के प्रयोग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सरल अनुवाद एवं पत्र लेखन, अंताक्षरी, हिंदी क्विज, हिंदी डिक्टेशन और कविता पाठ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसके साथ ही, 20 सितंबर को राजभाषा की उपयोगिता, अहमियत और हमारे दायित्व विषय पर पूनम दीक्षित (पूर्व उप निदेशक, राजभाषा विभाग, भारत सरकार) ने सारगर्भित व्याख्यान दिया।
27 सितंबर को आयोजित हिंदी संगोष्ठी में बैंक नराकास, कोलकाता के सदस्य सचिव अजयेन्द्र नाथ त्रिवेदी ने हिंदी की सुदृढ़ यात्रा में राजभाषा पखवाड़ा की भूमिका पर अपना विचार साझा किया, जिससे अधिकारियों और कर्मचारियों ने हिंदी के संवर्धन के उपायों के बारे में गहन जानकारी प्राप्त की।
समापन समारोह का आयोजन 30 सितंबर को मुख्यालय के सम्मेलन कक्ष में किया गया, जिसमें कार्यालय प्रमुख, कार्यपालक निदेशक (विपणन) और मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने उद्बोधन के माध्यम से प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर 72 विजयी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।
मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) बिजया मिश्रा ने हिंदी के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हिंदी वैश्विक स्तर पर वाणिज्य की भाषा के रूप में उभर रही है और हमें अपने दैनिक कार्यों में हिंदी का अधिकाधिक प्रयोग करना चाहिए। प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों के आयोजन में महाप्रबंधक (मानव संसाधन) सत्येंद्र कुमार सिंह और राजभाषा अधिकारी अजय शंकर मिश्र, अंतरा सौम्य, अनूप कुमार, अमित दीक्षित और कपिल साव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर