जयपुर, 2 सितंबर (Udaipur Kiran) । शास्त्री नगर थाना इलाके में रहने वाले दो संगे भाई आशीष (19) और राहुल पाराशर (21) परबतियां कॉलोनी निवासी नाहरगढ़ स्थित चारण मंदिर घूमने जाने की कहकर घर से निकले, दो रहस्यमय तरीके से लापता हो गए। रातभर घर नहीं लौटने पर जब परिजनों ने उनके मोबाइल फोन पर सम्पर्क साधा तो फोन बंद मिला। जिसके बाद परिजनों ने मामले कि जानकारी पुलिस को दी। लेकिन पुलिस ने इस मामले में पीड़ित परिजनों की कोई मदद नहीं की। गुस्साए परिजनों ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर थाने के बाहर हंगामा शुरु कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने देर रात 11 बजे सिविल डिफेंस को मामले की जानकारी दी। सिविल डिफेंस की टीम ने सोमवार सुबह 5 बजे रेस्क्यू शुरु किया। जिसके बाद टीम चरण मंदिर,हथनी कुंड,नाहरगढ टांका,चांदमारी की पहाड़ी और जंगल के आसपास के इलाके में सर्च किया। लेकिन टीम के हाथ कोई सफलता नहीं लगी। लेकिन कुछ देर बाद नाहरगढ़ कि पहाड़ी में झाड़ी के बीच में राहुल का शव मिल गया। वहीं आशीष का कोई सुराग नहीं लगा।
सुरेश पाराशर करते है कांजी बड़े बेचने का व्यवसाय
अतिरिक्त उपायुक्त जयपुर उत्तर बजरंग सिंह ने बताया कि मृतक राहुल पराशर के पिता सुरेश पाराशर शास्त्री नगर इलाके में ही कांजी बड़े की दुकान चलाते है। राहुल एमए की पढ़ाई कर रहा था और आशीष बीए की पढ़ाई कर रहा था।
रविवार सुबह निकले थे घर से
बताया जा रहा है कि राहुल और आशीष चरण मंदिर जाने के लिए रविवार सुबह 6 बजे घर से पैदल ही निकले थे। दोनो जब 5 घंटे तक घर नहीं पहुंचे तो आखिरी बार 11 बजे आशीष की अपने पिता से बात हुई थी। आशीष ने अपने पिता को बताया कि वो मंदिर से वापस लौटते समय रास्ता भटक गए। इस कारण घर पहुंचने में देर हो गई। 1 बजे बाद आशीष और राहुल ने फोन नहीं उठाया और कुछ देर बाद मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया। पुलिस को भी मोबाइल फोन की आखिरी
राहुल पाराशर का शव मिलने के बाद गुस्साए परिजनों ने थाने का घेराव किया और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पानी की टंकी से दूध मंडी जाने वाले रास्ते को जाम कर दिया। गुस्साए परिजनों के साथ स्थानीय लोगों ने भी पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए टायर जला कर रास्ता जाम किया।
नाहरगढ़ की पहाड़ी में राहुल पाराशर (21) का शव मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जानकारी एफएसएल टीम को दी। सूचना पर मौके पर पहुंची एफएसएल टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटा कर शव को सवाई मानसिंह अस्पताल के मुर्दाघर में पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
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(Udaipur Kiran)