-ओडिशा की समृद्ध साहित्यिक विरासत युवा जानेंगे,शिक्षण और अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा
वाराणसी,19 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । ओडिशा भाषा,साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए ओडिशा सरकार ने काशी हिन्दू विश्वविद्वयालय (बीएचयू) में कवि सम्राट उपेन्द्र भांजा पीठ की स्थापना की है। यह पहल ओडिशा की समृद्ध साहित्यिक विरासत को उजागर करने, विद्वानों तथा विद्यार्थियों के बीच गहरी समझ को बढ़ावा देने के लिए की गयी है। उपेन्द्र भांजा ओड़िशा साहित्य में एक महान व्यक्तित्व हैं। ओडिशा साहित्य के संवर्धन में उनका उल्लेखनीय योगदान है। उनकी रचनाएँ ओडिशा के सामाजिक.सांस्कृतिक परिदृश्य तथा विरासत की एक आकर्षक व सशक्त झलक पेश करती हैं।
बीएचयू में कवि सम्राट उपेन्द्र भांजा पीठ की स्थापना का उद्देश्य व्यापक शिक्षण और अनुसंधान को बढ़ावा देना, ओडिया भाषा और साहित्य के अध्ययन को आगे बढ़ाने के लिए अन्य विश्वविद्यालयों और संस्थानों के साथ सहयोग को प्रोत्साहित करना है। साथ ही भविष्य के विद्वानों को तैयार करना और विद्वार्थियों को ओड़िया भाषा और साहित्य सीखने के लिए प्रेरित करना,गैर ओडिशा भाषियों को ओडिशा साहित्य के इतिहास, परंपराओं और विशेषताओं से परिचित कराना है। इस महत्वाकांक्षी पहल का नेतृत्व करने के लिए प्रोफेसर गोपबंधु मिश्रा संस्कृत विभाग को पीठ के समन्वयक के रूप में नियुक्त किया गया है। पीठ के लिए गठित कार्यक्रम समिति के अध्यक्ष कला संकाय के प्रमुख होंगे। वरिष्ठ सलाहकार प्रो0 कमलशील, कला इतिहास विभाग के प्रो0 प्रदोष कुमार मिश्र तथा भूविज्ञान विभाग के डॉ0 अमिय सामल कार्यक्रम समिति के सदस्य बनाए गए हैं।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी