Jammu & Kashmir

एनएसएफ ने शहीद सुखदेव की जयंती मनाई

जम्मू, 15 मई (Udaipur Kiran) । नेशनल सेकुलर फोरम (एनएसएफ), विश्वविद्यालय इकाई ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद सुखदेव की जयंती पर जम्मू विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर एनएसएफ कार्यकर्ताओं ने सुखदेव अमर रहे, इंकलाब जिंदाबाद, भारत माता की जय के नारे लगाए और शहीद सुखदेव को श्रद्धांजलि दी तथा धरती के लाल के चित्रों पर माल्यार्पण किया। अंकुश अबरोल, जम्मू प्रांतीय संयुक्त सचिव, जेकेएनसी और पूर्व सदस्य बीसीसीआई मुख्य अतिथि थे, जबकि डॉ. विकास शर्मा समन्वयक जम्मू जिला और क्षेत्रीय सचिव जेकेएनसी ने समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर बोलते हुए अंकुश अबरोल ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को याद करने के लिए एनएसएफ सदस्य द्वारा की गई पहल की सराहना की।

उन्होंने यह भी कहा कि सुखदेव थापर एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने भारत की आजादी के लिए ब्रिटिश सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। वे हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (एचएसआरए) के सदस्य थे। उन्हें 23 मार्च 1931 को शिवराम, राजगुरु और भगत सिंह के साथ फांसी दी गई थी। सुखदेव थापर का जन्म 15 मई 1907 को लुधियाना, पंजाब, ब्रिटिश राज में रामलाल थापर और रल्ली देवी के घर हुआ था। वे हिंदू समुदाय के पंजाबी खत्री परिवार से थे और उनके पिता की मृत्यु के बाद उनके चाचा लाला अचिंतराम ने उनका पालन-पोषण किया।

इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. विकास शर्मा ने कहा कि शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि समाज में व्याप्त नशाखोरी जैसी बुराइयों को खत्म करना होगी। उन्होंने युवाओं को नशे और मादक पदार्थों से दूर रहने का आह्वान किया। डॉ. विकास शर्मा ने शहीद सुखदेव की योजना बनाने की क्षमता, साहस और राष्ट्रवाद की भावना को याद किया और युवाओं से उनके विचारों का अनुसरण करने पर जोर दिया। उन्होंने युवाओं से अपने स्वार्थी दृष्टिकोण को त्यागने और राष्ट्र के विकास में योगदान देने पर भी जोर दिया। इस अवसर पर एनएसएफ के राज्य सचिव विक्षय वशिष्ठ ने भी संबोधित किया।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा

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