जम्मू, 18 दिसंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू, सीयूजे में सतीश धवन अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र ने बुधवार को आठवें रेडियोसॉन्ड का सफल प्रक्षेपण देखा। यह महत्वपूर्ण उपलब्धि राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एनआरएससी), इसरो और सीयू जम्मू के बीच समझौता ज्ञापन के तहत हासिल की गई। इस कार्यक्रम का नेतृत्व कुलपति प्रो. संजीव जैन ने किया जिसमें केंद्र के संयोजक प्रो. विनय कुमार के साथ-साथ संकाय, छात्र, विद्वान और कर्मचारियों का सक्रिय योगदान रहा।
मौसम गुब्बारे से जुड़ा रेडियोसॉन्ड, आर्द्रता, दबाव, तापमान, हवा की गति और दिशा के वायुमंडलीय प्रोफाइल का अध्ययन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। एकत्र किए गए डेटा से मौसम संबंधी शोध विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन और वायुमंडलीय स्थितियों से संबंधित मूल्यवान जानकारी मिलेगी। इस पहल का एक मुख्य आकर्षण सेमी-कंडक्टर प्रयोगशाला, मोहाली में स्वदेशी रूप से विकसित रेडियोसॉन्ड ग्राउंड स्टेशन है। इस मेक इन इंडिया उपलब्धि का नेतृत्व डॉ. कमलजीत सिंह और नेमी चंद ने किया जो अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में देश की प्रगति को दर्शाता है।
यह प्रक्षेपण एनआरएससी और सीयू जम्मू के बीच एक सहयोगी परियोजना का हिस्सा था जिसमें एनआरएससी के डॉ. हरीफ बाबा का योगदान था। कार्यक्रम समन्वय का नेतृत्व इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. हनीत कौर, डॉ. संजीव यादव और डॉ. प्रवेश पाल ने किया जिसमें महक महाजन, आयशा, बंधना, अमृत, बिनीश, प्रशांत, सोनम, प्रेमिका, प्रत्यूष, हृदयेश, हिमांशु, बैभव कुमार और बैभव दत्ता सहित शोधकर्ताओं, विद्वानों और तकनीकी कर्मचारियों की एक समर्पित टीम ने सहयोग किया।
एकत्र किए गए डेटा से वायुमंडलीय और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान मिलने की उम्मीद है जिससे वैश्विक जलवायु और मौसम संबंधी अध्ययनों में भारत की स्थिति मजबूत होगी।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा