–कर्मचारियों की बनाई गई टीमें
हमीरपुर, 20 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । दिमागी और मियादी बुखार की वजह बन चुके चूहों और छछूंदरों को मारने के लिए अब कृषि डिपार्टमेंट ने बड़ी तैयारी की है। हमीरपुर समेेत समूचे बुंदेलखंड क्षेत्र में चूहों और छछूंदरों का सफाया करने के लिए डिपार्टमेंट ने न्याय पंचायत स्तर पर कई टीमें बनाई हैं। ये टीमें गांवों में आम लोगों को बीमारी फैलाने वाले चूहे, छछूंदरों को जहर देकर मारने के लिए जागरूक करने में जुट गई है।
बारिश के मौसम के बाद घर और खेतों में चूहे और छछूंदर आम लोगों के लिए सिरदर्द बन जाते हैं। घरों में ही चूहे छछूंदर इन दिनों बड़ा नुकसान कर रहे हैं। जबकि ये मियादी और दिमागी बुखार की बड़ी वजह भी बन रहे हैं। शासन ने इन चूहों और छछूंदरों को लेकर संचारी नियंत्रण अभियना चलाने की हरी झंडी दी है। यह अभियान 31 अक्टूबर तक चलेगा।
जिला रक्षा अधिकारी इन्द्रेश गौतम ने बताया कि संचारी रोगों और दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण पाने के साथ ही इनका त्वरित और समुचित इलाज कराए जाने के लिए राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथिमिकता है। जिसमें हमीरपुर जिले के 330 गांवों में यह अभियान शुरू कराया गया है। बताया कि घरों और खेतों में पाए जाने वाले चूहे एवं छछूंदर दिमागी व मियादी बुखार की वजह बन रहे हैं। जिनके नियंत्रण के लिए कृषि विभाग कर्मचारियों की टीम आगे आई है। चूहे और छछूंदर से होने वाली स्क्रब टाईफस एवं लेप्टोस्पारयिरोसिस से बचाव के लिए टीमें आम लोगों को जागरूक कर रही है।
–एल्युमीनियम फास्फाइड से चूहे और छछूंदर मारने की तैयारी शुरू
जिला रक्षा अधिकारी इन्द्रेश गौतम ने बताया कि न्याय पंचायत स्तर पर साठ कर्मचारी है जिनकी टीमें बनाई गई है। तीन सौ तीस ग्राम पंचायतों में टीमें चूहों और छछंूदरों से निजात पाने के लिए आम लोगों को उपाय बताएगी। बताया कि चूहे दानी में रोटी, डबल रोटी, बिस्कुट आदि रखकर चूहों और छछंूदर को फंसाकर मारा जा सकता है वहीं एल्यूमिनियम फास्फाइड की तीन चार ग्राम मात्रा में रसायन चूहों के बिल में डालकर बंद करने से ही चूहे मार जाएंगे।
–दीपावली से पहले ही अभियान चलाकर चूहों से दिलाई जाएगी निजात
जिला रक्षा अधिकारी ने बताया कि चूहों और छछूंदरों से इस समय दिमागी व मियादी बुखार फैल रहा है जिसकी रोकथाम के लिए शासन के निर्देश पर चूहे और छछूंदर को मारने के लिए आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है। बताया कि चूहों को मारने के लिए रसायनों के प्रयोग करते समय हाथों में दस्तानें पहनना होगा। फिर मरे चूहों को बड़ी सावधानी से घर से बाहर मिट्टी में दफन करना चाहिए। बताया कि अभियान चलाकर चूहों से निजात दिलाई जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / पंकज मिश्रा