चंडीगढ़, 15 अप्रैल (Udaipur Kiran) । हरियाणा के सरकारी स्कूलों को अब बच्चों का मिड-डे मील पकाने के लिए ज्यादा पैसा मिलेगा। पांचवीं कक्षा तक के लिए मिड-डे मील की राशि प्रति छात्र प्रतिदिन 6.19 रुपये से बढ़ाकर 6.78 रुपये कर दी गई है। इसी तरह आठवीं तक के लिए मिड-डे मील राशि को प्रति छात्र 9.29 रुपये से बढ़ाकर 10.17 रुपये किया गया है। बढ़ी हुई दरें एक मई से लागू होंगी। मंगलवार को सरकार ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।
सरकारी स्कूलों में आठवीं कक्षा तक प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत बच्चों को दोपहर का भोजन दिया जाता है। गुरुग्राम, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद और पलवल (हथीन खंड को छोड़क़र) में भोजन का प्रबंधन इस्कान की ओर किया जाता है, जबकि शेष 18 जिलों में स्कूल मुखिया ही भोजन तैयार कराते हैं। महंगाई बढ़ने के कारण सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील बनाने की लागत में भी वृद्धि हुई है। इस कारण मिड-डे मील बनाने के लिए राशन और ईंधन खरीदने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। अब केंद्र सरकार के आदेश पर प्रदेश में भी मिड-डे मील की राशि में बढ़ोतरी की गई है।
हरियाणा प्राइमरी टीचर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष हरिओम राठी व प्रदेश कोषाध्यक्ष चतर सिंह ने मिड-डे मील राशि बढ़ाने का स्वागत करते हुए कहा कि आठवीं तक सभी बच्चों के लिए समान रूप से राशि बढ़ाई जानी चाहिए थी। पांचवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए प्रति छात्र 58 पैसे और छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए प्रति छात्र 88 पैसे की वृद्धि की गई है। मिड-डे मील को खरीदने का कार्य संबंधित स्कूल का प्रभारी करता है, जबकि स्कूल प्रबंधन समिति की अनुशंसा के बाद सामान के बिल का भुगतान होता है। इसके अलावा सरकार द्वारा कुक कम हेल्पर महिलाओं को निर्धारित प्रति कुक कम हेल्पर 1650 रुपये मानदेय दिया जाता है। 50 छात्र तक एक कुक कम हेल्पर होता है, जबकि 51 से 150 तक दो, 151 से 300 तक तीन, 301 से 500 तक चार और 501 से 750 तक अधिकतम पांच कुक कम हेल्पर लगाए जा सकते हैं।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
