
नई दिल्ली, 02 अप्रैल (Udaipur Kiran) । सुप्रीम कोर्ट ने नीतीश कटारा हत्याकांड मामले में सजा काट रहे सजायाफ्ता विकास यादव की अंतरिम जमानत की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए यूपी सरकार को नोटिस जारी किया है। जस्टिस एएस ओका की अध्यक्षता वाली बेंच ने मामले की अगली सुनवाई 15 अप्रैल को करने का आदेश दिया।
कोर्ट ने यूपी सरकार को निर्देश दिया कि वो चाहे तो विकास यादव की मां के स्वास्थ्य की स्थिति के आकलन के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन कर सकती है। विकास यादव की मां नोएडा के यशोदा अस्पताल में भर्ती हैं। कोर्ट ने कहा कि मेडिकल बोर्ड यशोदा अस्पताल के डॉक्टरों से मेडिकल दस्तावेज देख सकती है। सुनवाई के दौरान विकास यादव की ओर से पेश वकील ने कहा कि विकास यादव की मां की अस्पताल में स्थिति लगातार खराब हो रही है। डॉक्टर उन्हें सर्जरी के लिए कह रहे हैं लेकिन वे सर्जरी करने की अनुमति नहीं दे रही हैं। इसलिए विकास यादव को अंतरिम जमानत दी जाए ताकि वे अपनी मां की सर्जरी करवा सकें।
सुनवाई के दौरान यूपी सरकार की ओर से पेश एएसजी ऐश्वर्या भाटी ने कहा कि विकास यादव की मां की अस्पताल में जांच की जा सकती है। सुनवाई के दौरान नीतीश कटारा की मां की ओर से पेश वकील अपराजिता सिंह ने कहा कि विकास यादव स्वास्थ्य कारणों से एम्स में 98 बार जा चुका है। तब कोर्ट ने कहा कि विकास यादव ने जेल में अच्छी खासी सजा काटी है।
सुप्रीम कोर्ट ने 3 अक्टूबर, 2016 को विकास यादव की सजा घटाकर 25 साल कर दी थी। विकास यादव उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता डीपी यादव का बेटा है। 17 फरवरी, 2002 को नीतीश कटारा की हत्या कर दी गई थी।
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