Madhya Pradesh

नागदा : दुर्घटना मामले में जर्मन कंपनी लैंक्सेस के डायरेक्टर को नोटिस

नागदा : दुर्घटना मामले में जर्मन कंपनी लैंक्सेस के डायरेक्टर को नोटिस

नागदा, 25 सितंबर (हिस )। उज्जैन जिले के औद्योगिक नगर नागदा में संचालित लैंक्सेस उद्योग में गत दिनो हुई एक ठेका मजदूर की दुर्घटना में प्रबंधन का दावा झूठा साबित हुआ। प्रबंधन ने यह दावा किया था कि मजदूर की दुर्घटना उद्योग से बाहर हुई है, लेकिन औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग की जांच में सारे तथ्य सामने आए है और यह बात सामने आई कि दुर्घटना उद्योग के अंदर हुई है। इस बात को लेकर औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग ने कंपनी के मुबंई कार्यालय स्थित डायरेक्टर अर्थात कारखान अधिभोगी बलराम गौविंद खोत तथा स्थानयीय यूनिट हेड सुनील गुलाटी का शोकॉज नोटिस जारी किया है।

गौरतलब है कि गत 12 सितंबर को मजदूर मिथुन पिता भुवान उम्र 40 वर्ष के पेट में लोहे की राड़ घुस गई थी जिससे उसके पेट में पांच टांके आए थें। जांच अधिकारी संभागीय कारखाना निरीक्षक हिमांशु सालोमन ने इस संवादाता से दूरभाष पर हुई बातचीत में बताया कि यह दुर्घटना उद्योग में ही हुई है।

बयान में तथ्य उजागर

जांच के दौरान उद्योग में कार्यरत मजदूरों एवं पीड़ित मिथुन ने अपने बयान में इस बात की पुष्टि की हैकि उद्योग के अंदर ही दुर्धटना हुई है। उद्योग प्रबंधन यह साक्ष्य छिपाने के लिए यह साजिश रची थीकि मजदूर गेट पास लेकर घर गया था इसलिए घर पर ही दुर्घटना हुई। जांच में यह बात भी सामने आइ कि उद्योग प्रबंधन ने घायल मजदूर का एक्सीडेंट फार्म भी नहीं भरा था। यह पूरा मामला एक कुट रचित प्रकरण है।

ठेकेदार की नाइंसाफी

जांच में यह तथ्य भी उजागर हुआ कि मिथुन जिस ठेका मजदूर के अधीन कार्यरत था उस ठेकेदार ने मजदूर की ईएसआईसी एवं पीफ अर्थात भविष्य निघि का पैसा भी लगभग एक वर्ष से जमा नहीं किया है। जिससे उसके ईएसआईसी से उपचार में बाधा उत्पन्न हुई। इधर दुर्घटना के दिन कंपनी के मुबई स्थित अधिकारी पवन कुमार ने मीडिया को भी गुमराह कर यह बयान दिया थाकि मिथुन की दुर्घटना उद्योग में नहीं हुई है।

इस संबंध में औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा संभाग उज्जैन कारखाना निरीक्षक हिमांशु सालोमन का कहना है कि गत 12 सितंबर को लैंक्सेस उद्योग नागदा में एक श्रमिक मिथुन की हुई दुर्घटना की जांच पूरी हो गई है। मजदूर उद्योग के अंदर ही दुर्घटना का शिकार हुआ। प्रबंधन ने तथ्यों को छिपाकर गलत दावा किया हैकि उसकी दुर्घटना घर पर हुई। पीड़ित ने स्वयं ने एवं अन्य मजदूरों ने यह बयान दिए कि उद्योग के अंदर का ही यह हादसा है। घायल का एक्सीडेंट फार्म भी हमारे कार्यालय नहीं भेजा गया। उद्योग के कारखाना अघिभोगी एक्यूपायर बलराम गोविंद खोत एवं स्थानीय यूनिट हेड को शोकॉज नोटिस जारी किया जा रहा है।

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(Udaipur Kiran) / कैलाश स्नोलिया

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