Uttar Pradesh

यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में नकल की न रहे कोई गुंजाइशः मुख्य सचिव

यूपी बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारियों की समक्षा करते मुख्य सचिव मनोज सिंह

– 17 जिलों को अति संवेदनशील घोषित, एसटीएफ एलआई रखेगी नजर – परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र पर समय से पहुंचने में न हो असुविधा

लखनऊ, 17 फरवरी (Udaipur Kiran) । मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से प्रस्तावित बोर्ड परीक्षा-2025 की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने पारदर्शी एवं नकलविहिन परीक्षा कराये जाने के निर्देश सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दिये।

मुख्य सचिव ने कहा कि यूपी बोर्ड-2025 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 24 फरवरी से 12 मार्च तक प्रस्तावित हैं। यह परीक्षा कुल 8140 परीक्षा केन्द्रों पर होगी, जिनमें 576 राजकीय, 3446 सहायता प्राप्त व 4118 स्ववित्तपोषित विद्यालय हैं। परीक्षा में 27,32,216 हाईस्कूल एवं 27,05,017 इण्टरमीडिएट कुल 54,37,233 परीक्षार्थी प्रतिभाग करेंगे। उन्होंने बोर्ड परीक्षाओं को शांतिपूर्ण व पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के सख्त निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में नकल की कोई गुंजाइश नहीं रहनी चाहिये। परीक्षा के पूर्व परीक्षा केन्दों का शत-प्रतिशत निरीक्षण कराकर यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि सभी केन्द्रों पर आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं।

उन्होंने कहा कि 17 जनपदों-आगरा, मथुरा, बागपत, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, बलिया, मऊ, प्रयागराज, कौशांबी, चंदौली, जौनपुर, गाज़ीपुर, देवरिया व गोंडा को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। इन जनपदों में विशेष तौर पर सतर्कता बरती जाए। एसटीएफ और एलआईयू द्वारा इन केन्द्रों की विशेष निगरानी रखी जाये।मुख्य सचिव ने कहा कि परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र पर समय से पहुंचने में असुविधा नहीं होनी चाहिए। परीक्षा काे देखते हुए समयानुसार बसों का नियमित संचालन किया जाये। परीक्षार्थियों को कहीं भी अनावश्यक रूप से न रोका जाये। परीक्षा के दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्रों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया जाये। प्रयागराज, अयोध्या, बनारस के परीक्षा केंद्रों के पास पुलिस द्वारा अनावश्यक एनाउन्समेंट न किया जाये। इसके अलावा परीक्षा के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये। नकल माफियाओं और असामाजिक तत्वों पर विशेष निगरानी रखते हुए सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि परीक्षा कार्य में बाधक तत्वों के विरुद्ध संज्ञेय अपराध के अंतर्गत कार्यवाही की जाये। स्ट्रांग रूम की चौबीस गुणे सात सीसीटीवी के माध्यम से ऑनलाइन निगरानी रखी जाये। सुरक्षा के लिए सशस्त्र बल की तैनाती की जाये। प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के दृष्टिगत परीक्षा केन्द्रों के स्ट्रांग रूम का टीम बनाकर आकस्मिक निरीक्षण भी कराया जाये। उन्होंने कहा कि अनुचित मुद्रण अथवा प्रकाशन तथा सोशल मीडिया आदि पर अफवाह फैलाने वाले व्यक्तियों पर कठोर कार्यवाही की जाये। परीक्षा समाप्ति के उपरान्त उत्तर पुस्तिकाएं परीक्षा केन्द्रों से संकलन केन्द्रों को अनिवार्य रूप से पुलिस अभिरक्षा में ही प्रेषित किया जाये। उन्होंने परीक्षा केन्द्रों के चारों तरफ साफ-सफाई, प्राथमिक उपचार की व्यवस्था आदि सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिये। बैठक में अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार ने बताया कि परीक्षाओं को नकलविहीन और निष्पक्षता के साथ सुनिश्चित कराने के लिए नवीन व्यवस्थाएं की गई हैं। इसमें सभी जनपदों व परीक्षा केन्द्रों पर मुख्य विषय के लिये प्रश्नपत्रों के अतिरिक्त आरक्षित सेट्स, प्रश्नपत्रों में केन्द्रवार कोडिंग, परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण सम्बन्धी आपत्तियाँ एवं शिकायत ऑनलाइन दर्ज कराने की व्यवस्था शामिल है। उन्होंने बताया कि प्रयोगात्मक परीक्षा में परीक्षकों की जिओ फेसिंग उपस्थिति और मोबाइल एप व पोर्टल पर ऑनलाइन अंक अपलोड करने की व्यवस्था भी कराई गई है। मुख्य और सप्लीमेंट्री उत्तर पुस्तिकाओं में पृष्ठ संख्या का मुद्रण कराया गया है। प्रमाण पत्र सह अंक का मुद्रण नान टीयरेबल एवं वाटर प्रूफ पेपर पर किया जायेगा, जिसका सनलाइट रिफ्लेक्टिव लोगो से प्राथमिक सत्यापन किया जा सकता है। बैठक में महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा, सचिव माध्यमिक शिक्षा भगवती सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

(Udaipur Kiran) / दीपक

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