
नई दिल्ली, 03 मार्च (Udaipur Kiran) । निसान इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अपनी मैग्नाइट एसयूवी में कई बड़े बदलाव किए हैं। कंपनी ने सोमवार को कहा कि पर्यावरण के अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए नई निसान मैग्नाइट बीआर10 (नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन) अब पूरी तरह से ई20 फ्यूल फ्यूल पर चल सकेगा।
निशान ने जारी एक बयान में कहा कि कंपनी ने 50 हजार गाड़ियों के निर्यात का आंकड़ा भी पार कर लिया है। फरवरी 2025 में कुल 8,567 गाड़ियां बेची गईं, जिनमें से 6,239 निर्यात की गईं और 2,328 भारत में बेची गईं, जबकि फरवरी, 2024 के 3163 की तुलना में इस साल निर्यात में 97 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। निसान मैग्नाइट अब 65 से ज्यादा देशों में बिक्री के लिए उपलब्ध है। नई निसान मैग्नाइट को लेकर वैश्विक स्तर पर मजबूत मांग से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में निसान की बढ़ती मौजूदगी दिखती है। इसके साथ ही इससे ‘मेड इन इंडिया’ वाहनों को लेकर बढ़ती प्राथमिकता भी दिख रही है।
निसान मोटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्ट सौरभ वत्स ने कहा कि नई निसान मैग्नाइट न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक बाजारों में नए मानक स्थापित कर रही है। इसने 50 हजार कारों का निर्यात आंकड़ा पार कर लिया है। यह उपलब्धि क्वालिटी, इनोवेशन एवं परफॉर्मेंस डिलीवर करने की निसान की क्षमता में बढ़ते भरोसे का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि हम भारत में अपने परिचालन को लेकर प्रतिबद्ध हैं और नई निसान मैग्नाइट का विकास इस समर्पण का प्रमाण है। निसान मोटर इंडिया ने जनवरी में चेन्नई के कामराजार पोर्ट (केपीएल–एन्नोर) से एलएटीएएम बाजारों में करीब 2,900 कारों की शिपिंग के साथ नई निसान मैग्नाइट के लेफ्ट-हैंड ड्राइव (एलएचडी) वैरिएंट का निर्यात शुरू किया था।
कंपनी ने फरवरी में पश्चिम एशिया, उत्तरी अफ्रीका और एशिया प्रशांत के क्षेत्रों में 2,000 से ज्यादा कारों का निर्यात किया। वहीं, 5,100 से ज्यादा एलएचडी वैरिएंट को चुनिंदा लैटिन अमेरिकी देशों में निर्यात किया गया। इसी के साथ फरवरी के अंत तक एलएचडी मैग्नाइट का निर्यात का कुल आंकड़ा 10 हजार यूनिट्स के पार पहुंच गया। यह आंकड़ा निसान की ‘वन कार, वन वर्ल्ड’ की रणनीति को मजबूत करता है और प्रमुख निर्यात हब के रूप में भारत की स्थिति को भी इससे ताकत मिली है।
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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर
