
फारबिसगंज/अररिया , 6 मार्च (Udaipur Kiran) । बाल विवाह मुक्त अभियान महिला सशक्तिकरण के प्रयासों में एक प्रगतिशील समाज निर्माण का प्रमाण है। इसी कड़ी में अररिया जिले की एक लड़की ने बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाते हुए इसे जिला प्रशासन के सहयोग से रूकवाने का जीता जागता उदाहरण पेश किया है।
अररिया जिला अंतर्गत पलासी प्रखंड के धर्मगंज, भट्टाबाड़ी, वार्ड संख्या-11 निवासी निर्जला कुमारी का बाल विवाह कराया जा रहा था। इस पर स्वयं बच्ची द्वारा जिला में सूचना देकर पदाधिकारियों की मदद से अपने बाल विवाह को रूकवाई। इसके बाद निर्जला कुमारी ने ठाना की अब समाज में किसी भी लड़की का बाल विवाह नहीं होगा। इस सपने को साकार करने के लिए निर्जला कुमारी ने एक टीम बनाकर अपने गाँव, समाज सहित जिले के अन्य जगहों पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बाल विवाह रोकथाम हेतु लोगों जागरुक कर रही हैं।
बताया कि उनका मकसद बाल विवाह जैसी कुरीतियों पर अंकुश लगाना है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा बाल विवाह मुक्त अभियान बहुत ही कारगर साबित हुआ है। वही, निर्जला कुमारी बताती है वे इस बीच अपनी पढ़ाई भी जारी रखी हैं। हाल ही में इंटर की परीक्षा भी दी हैं और आगे भी पढ़ाई जारी रखेंगी।
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(Udaipur Kiran) / Prince Kumar
